Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 16 Mar, 2023 02:15 PM

समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयानों पर लगाम नहीं लग रही है। रामचरितमानस के बाद अब मौर्य ने सुंदरकांड पर विवादित बयान दिया है। उन्होंने योगी सरकार के सुंदर पा...
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयानों पर लगाम नहीं लग रही है। रामचरितमानस के बाद अब मौर्य ने सुंदरकांड पर विवादित बयान दिया है। उन्होंने योगी सरकार के सुंदर पाठ कराने के निर्णय पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया है। मौर्य ने लिखा कि ढोल, गवार, शुद्र, पशु, नारी। सकल ताड़ना के अधिकारी। उसी सुंदरकांड का हिस्सा है जिसका सरकार ने पाठ कराने का निर्णय लिया है यानी सरकार का यह निर्णय महिलाओं व शूद्र समाज को प्रताड़ित व अपमानित करने वाले 3% लोगों का बढ़ावा देने एवं 97% हिंदू समाज के भावनाओं को आहत करने वाला है।
बता दें कि इससे पहले भी मौर्य ने रामचरितमानस को लेकर मौजूदा योगी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में जब रामचरितमानस का पाठ लोगों ने स्वत ही बंद कर दिया तो सरकार अपने खर्चे पर ये पाठ करा रही है। ये देश सबका है। स्वामी ने कहा कि विभिन्न धर्मों, जातियों के लोगों ने आजादी दिलाने में शहादत दी। ऐसे में धर्म विशेष को बढ़ावा देकर सरकार संविधान का उल्लंघन कर रही है। वे सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। सरकार भी सभी धर्मों को बढ़ावा दे।

गौरतलब है कि स्वामी प्रसाद ने इससे पहले कहा था कि रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि इन चौपाइयों में आपत्तिजनक अंश, जिसमें महिलाओं, आदिवासियों, दलितों व पिछड़ों को सामाजिक, धार्मिक स्तर पर अपमानित होना पड़ता है। जिसके बाद मौर्य हिन्दू संगठनों, कई नेताओं और साधू संतों के निशाना पर आ गए थे। इतना ही नहीं कई हिन्दू संगठनों की तरफ से उनकी गर्दन काटने पर इनाम भी रखा गया।