Edited By Ajay kumar,Updated: 26 Dec, 2022 02:16 PM

दो बच्चों का गला दबाने के बाद भागते समय वाहन की चपेट में आकर नरेश की मौत हो गई थी। जिसके बाद पुलिस ने उसके परिवार के लोगों को हादसे की सूचना दी थी। मगर पुलिस द्वारा सूचना देने के बाद भी उसके परिवार के लोग उसके शव को लेने के लिए नहीं पहुंचे। जिसके...
बरेलीः दो बच्चों का गला दबाने के बाद भागते समय वाहन की चपेट में आकर नरेश की मौत हो गई थी। जिसके बाद पुलिस ने उसके परिवार के लोगों को हादसे की सूचना दी थी। मगर पुलिस द्वारा सूचना देने के बाद भी उसके परिवार के लोग उसके शव को लेने के लिए नहीं पहुंचे। जिसके बाद पुलिस ने उसका पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार कर दिया।
क्या था मामला?
बता दें कि बुधवार को सीबीगंज थाना क्षेत्र के खना गौटिया गांव में रहने वाले फहीम की 19 दिसंबर को शादी थी। जिसमें शामिल होने के लिए उसके साथ काम करने वाला नरेश नाम का युवक भी उसके घर पर आया हुआ था। बताया जा रहा है कि फहीम और नरेश की पक्की दोस्ती थी। बुधवार को फहीम अपनी ससुराल गया हुआ था। जिसके बाद नरेश फ्रहीम के भतीजे सुब्हान और भांजे अमान को टॉफी दिलाने की बात कहकर अपने साथ ले गया। जिसके बाद नरेश ने एक खेत में ले जाकर दोनों बच्चों को गला दबा दिया। जिसमें सुब्हान की मौत हो गई। जबकि अमान की हालत बिगड़ने पर उसे उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
हादसे के बाद भागते समय आरोपी की वाहन की चपेट में हुई मौत
वारदात को अंजाम देने के बाद नरेश मौके से भागते समय बड़ा बाईपास पर एक वाहन की चपेट में आ गया था। उसे उपचार के लिए भोजीपुरा के एक निजी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। जहां उसकी भी उपचार के दौरान मौत हो गई थी। पुलिस ने उसके परिवार के लोगों को कॉल करके उसकी मौत की सूचना दी थी। मगर उसके परिजन बरेली नहीं पहुंचे। तीन दिन इंतजार करने के बाद शनिवार को पुलिस ने उसका अंतिम संस्कार करा दिया।