Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 28 May, 2020 11:17 AM
उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी ने केन्द्र और राज्यों सरकारों को प्रवासी श्रमिकों की बदहाली का जिम्मेदार ठहराते हुए देश से माफी मांगने की मांग की है। चौधरी ने बुधवार को कहा कि केन्द और राज्य सरकारों के...
लखनऊः उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी ने केन्द्र और राज्यों सरकारों को प्रवासी श्रमिकों की बदहाली का जिम्मेदार ठहराते हुए देश से माफी मांगने की मांग की है। चौधरी ने बुधवार को कहा कि केन्द और राज्य सरकारों के प्रधान उच्चतम न्यायालय के 26 मई के फैसले को कुछ पल के लिए एयरकंडीशन कमरों से बाहर निकलकर पढ़े और श्रमिकों को बदहाल स्थिति में ढकेलने और उसे बरकरार रखने के लिए देश से माफी मांगें।
उन्होंने कहा है कि न्यायालय के इस फैसले से देश के मजबूत पावों में उभरे छालों के दर्द का बोध किसी भी आदमी को हो जाएगा। इसका बोध होने पर निष्ठुर आदमी की भी आँखे डबडबा जाएगी। संवेदनशील आदमी फफककर रोने लगेगा लेकिन केन्द्र सरकार और राज्य सरकार के प्रधान तथा उनके इन्तजामकार इसे लगातार नज़र अंदाज़ कर रहे हैं।
सपा नेता ने कहा कि अभी भी प्रवासी मजदूर सड़कों, हाइवे, रेलवे स्टेशनों और राज्य की सीमाओं पर घर जाने के लिए बैठे हैं। उनके लिए पर्याप्त परिवहन व्यवस्था नहीं है, न ही उनके खाने रहने का उचित इंतजाम है। न्यायालय ने अपने इस फैसले में यह भी कहा गया है कि इस स्थिति से निपटने के लिए प्रभावी इंतजाम जरूरी है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि अचानक, अनियोजित फैसलों और सरकारों में आपस में तालमेल नहीं होने के कारण देश का श्रमिक भयावह दौर से गुजर रहा है।