Edited By Ramkesh,Updated: 30 Jun, 2025 07:29 PM

इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में रविवार को जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) की आठवीं वार्षिक कार्यकारिणी बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में पार्टी के संस्थापक और प्रमुख नेता रघुराज प्रताप सिंह ‘राजा भैया’ मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। प्रदेश और अन्य राज्यों से...
लखनऊ: इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में रविवार को जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) की आठवीं वार्षिक कार्यकारिणी बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में पार्टी के संस्थापक और प्रमुख नेता रघुराज प्रताप सिंह ‘राजा भैया’ मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। प्रदेश और अन्य राज्यों से आए पदाधिकारियों की मौजूदगी में राजा भैया फिर जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गए। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारा मुख्य उद्देश ''जातिवाद नहीं राष्ट्रहित सरोपरि'' होना चाहिए। आगामी चुनावी रणनीति, जनसंपर्क और सदस्यता अभियान जैसे अहम विषयों पर गहन चर्चा की गई।

राजा भैया निर्विरोध चुने गए राष्ट्रीय अध्यक्ष
बैठक की शुरुआत राष्ट्रगान के साथ हुई। इसके बाद मंच से राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए नामांकन प्रस्ताव रखा गया, जिस पर सर्वसम्मति से राजा भैया को पुनः अध्यक्ष चुना गया। कार्यकर्ताओं ने फूल मालाओं और तालियों की गूंज के साथ उनका जोरदार स्वागत किया।
संगठन विस्तार पर फोकस, हर जिले में बनेगी कार्यकारिणी
बैठक में निर्णय लिया गया कि विधानसभा स्तर पर सदस्यता अभियान चलाया जाएगा और पंचायत चुनाव से पहले बूथ स्तर की कमेटियां गठित की जाएंगी।
पार्टी नेताओं ने कहा कि अगले एक महीने में सभी जिलों में कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा, ताकि जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूती दी जा सके।
राजा भैया ने याद की राजनीतिक यात्रा, कार्यकर्ताओं को दिया आंदोलन का संदेश
राजा भैया ने 1993 से लेकर अब तक की अपनी राजनीतिक यात्रा को साझा करते हुए कहा कि उन्होंने 25 वर्षों तक निर्दलीय राजनीति की और 2018 में जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) की स्थापना की। उन्होंने कार्यकर्ताओं से जनता से जुड़े मुद्दों पर मुखर रहने, सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने और धरना-प्रदर्शन के लिए तैयार रहने का आह्वान किया।