Edited By Anil Kapoor,Updated: 26 Aug, 2025 11:10 AM

Kanpur News: उत्तर प्रदेश में कानपुर जिले के रहने वाले सत्यम त्रिवेदी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे अपनी आपबीती सुनाते हुए भावुक हो जाते हैं। उनका आरोप है कि पनकी थाने के इंस्पेक्टर मानवेंद्र सिंह ने ना सिर्फ उन्हें...
Kanpur News: उत्तर प्रदेश में कानपुर जिले के रहने वाले सत्यम त्रिवेदी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे अपनी आपबीती सुनाते हुए भावुक हो जाते हैं। उनका आरोप है कि पनकी थाने के इंस्पेक्टर मानवेंद्र सिंह ने ना सिर्फ उन्हें जूतों से पीटा, बल्कि जातिसूचक गालियां भी दीं। वीडियो में सत्यम कहता है कि मेरे चेहरे पर आज भी मारपीट के निशान हैं... 'मेरा सम्मान छिन गया… अब जांच करके क्या होगा?'
क्या है पूरा मामला?
घटना 25 अप्रैल की है। सत्यम त्रिवेदी का अपने पड़ोसी से नाली को लेकर विवाद हो गया था। दोनों पक्ष पनकी थाने पहुंचे थे। सत्यम का आरोप है कि थाने में उन्हें जमीन पर बैठा दिया गया, जबकि दूसरे पक्ष को कुर्सी दी गई। जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो इंस्पेक्टर ने उन्हें जूतों से पीटा और जातिसूचक गालियां दीं। सत्यम का कहना है कि वह 25 दिन तक न्याय के लिए भटकते रहे, लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई।
सोशल मीडिया पर बयां किया दर्द, अखिलेश यादव ने दिया साथ
थक-हारकर सत्यम ने सोशल मीडिया पर अपनी कहानी साझा की, जो वायरल हो गई। इसके बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने वीडियो शेयर करते हुए सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा कि 'सत्ता सजातीय की दबंगई का शिकार हो रहा है एक खास समाज, क्योंकि ‘हाता नहीं भाता’।' अखिलेश यादव ने सत्यम को न्याय दिलाने का भरोसा भी दिया है।
अब क्या हो रहा है?
जब मामला सोशल मीडिया पर सामने आया तो प्रशासन हरकत में आया। पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचे सत्यम, जिसके बाद ADCP पश्चिम को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अब सत्यम का कहना है कि जांच से ज्यादा जरूरी उनका सम्मान था जो जूतों से मारकर छीना गया।