Edited By Anil Kapoor,Updated: 08 Jul, 2025 02:56 PM

Muzaffarnagar News: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में कांवड़ यात्रा के दौरान एक ढाबे पर हंगामा और तोड़फोड़ की घटना सामने आई है। यह घटना मंगलवार को पुरकाजी थाना क्षेत्र के नेशनल हाईवे-58 पर स्थित 'श्री सिद्ध बाबा बालकनाथ ढाबा' पर हुई, जहां खाना...
Muzaffarnagar News: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में कांवड़ यात्रा के दौरान एक ढाबे पर हंगामा और तोड़फोड़ की घटना सामने आई है। यह घटना मंगलवार को पुरकाजी थाना क्षेत्र के नेशनल हाईवे-58 पर स्थित 'श्री सिद्ध बाबा बालकनाथ ढाबा' पर हुई, जहां खाना खाने रुके कुछ कांवड़ियों ने प्याज और लहसुन डालने का आरोप लगाते हुए बवाल कर दिया।
क्या था पूरा मामला?
मिली जानकारी के मुताबिक, हरिद्वार से गंगाजल लेकर लौट रहे कांवड़िए नया गांव के पास एक ढाबे पर खाना खाने रुके थे। कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़िए सात्विक (बिना प्याज-लहसुन) भोजन करते हैं। उनका आरोप था कि ढाबे पर परोसी गई दाल में प्याज और लहसुन का तड़का लगाया गया था। इस बात से नाराज होकर कांवड़ियों ने ढाबे में हंगामा किया और फर्नीचर, बर्तन, कुर्सियां आदि तोड़ डालीं। कुछ कांवड़िए सड़क पर जाम लगाने की कोशिश भी करने लगे, जिससे वहां तनाव का माहौल बन गया।
ढाबा मालिक ने मांगी माफी
ढाबा मालिक प्रमोद कुमार ने बताया कि यह गलती कर्मचारियों से हुई थी। सब्जी में गलती से प्याज का तड़का लग गया। उन्होंने बताया कि उन्होंने कांवड़ियों से माफी भी मांगी, लेकिन गुस्साए कांवड़िए मानने को तैयार नहीं हुए और तोड़फोड़ जारी रही।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर संभाली स्थिति
घटना की सूचना मिलते ही पुरकाजी पुलिस मौके पर पहुंची। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। किसी के खिलाफ अभी तक कोई केस दर्ज नहीं किया गया, लेकिन ढाबे को फिलहाल बंद करा दिया गया है ताकि आगे कोई विवाद ना हो।
पहले भी हो चुके हैं ऐसे विवाद
कांवड़ यात्रा के दौरान इस तरह की घटनाएं पहले भी सामने आती रही हैं। कांवड़िए धार्मिक रूप से सात्विक भोजन को लेकर बेहद संवेदनशील होते हैं। ऐसे में ढाबा संचालकों और स्थानीय प्रशासन को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। गौरतलब है कि सोमवार को भी एक घटना में एक मुस्लिम युवक द्वारा कांवड़ पर थूकने को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया था।
प्रशासन के लिए चेतावनी
इस घटना ने प्रशासन और ढाबा संचालकों के लिए यह चेतावनी दी है कि कांवड़ यात्रा के दौरान भोजन की तैयारी में धार्मिक मान्यताओं का विशेष ध्यान रखा जाए, ताकि इस तरह की टकराव की स्थिति से बचा जा सके।