Edited By Mamta Yadav,Updated: 28 Apr, 2025 01:12 AM

कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सरकारी आदेश पर अमाल्याबी करते हुए भारत में रह रहे पाकिस्तानियों को वापस भेजने की कार्रवाई की जा रही है। ऐसे में मेरठ की रहने वाली एक महिला जिसकी शादी पाकिस्तान में 5 साल पहले हुई थी उसको पाकिस्तान के लिए...
Meerut News, (आदिल रहमान): कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सरकारी आदेश पर अमाल्याबी करते हुए भारत में रह रहे पाकिस्तानियों को वापस भेजने की कार्रवाई की जा रही है। ऐसे में मेरठ की रहने वाली एक महिला जिसकी शादी पाकिस्तान में 5 साल पहले हुई थी उसको पाकिस्तान के लिए रवाना किया गया लेकिन पाकिस्तान के वाघा बॉर्डर से महिला को वापस कर दिया गया। जिसकी वजह उन्होंने महिला के पास पाकिस्तान की नागरिकता ना होना बताया। हालांकि महिला के पाकिस्तान में पैदा हुए दोनों छोटे बच्चों को लेने के लिए पाकिस्तान अफसरान तैयार हैं।

सना एक हफ्ते पहले ही शॉर्ट टर्म वीजा पर भारत में अपने मायके आई थी
दरअसल, मेरठ के थाना सरधना क्षेत्र की रहने वाली सना की 5 साल पहले पाकिस्तान के डॉ ताहिर से शादी हुई थी। सना एक हफ्ते पहले ही शॉर्ट टर्म वीजा पर भारत में अपने मायके आई थी लेकिन कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने 48 घंटे में सभी पाकिस्तानियों को देश छोड़ने के आदेश दे दिए थे। ऐसे में पाकिस्तान में शादी कर पाकिस्तान की बहू बनी सना पाकिस्तान जाने के लिए वाघा बॉर्डर भी पहुंची लेकिन वहां से पाकिस्तानी फौज के अफसरान ने उसकी पाकिस्तानी नागरिकता न होने के चलते पाकिस्तान में लेने से इनकार कर दिया।

केंद्र सरकार ने पाकिस्तानियों को डिपोर्ट करने का आदेश जारी किया
गौरतलब है कि मेरठ की बेटी और पाकिस्तान की बहू सना की ज़िंदगी इन दिनों मुश्किल में है। मेरठ के सरधना क्षेत्र से पाकिस्तान में शादी कर मेरठ लौटी सना को पहलगाम आतंकी हमले के बाद सरकारी आदेश के चलते अपने दो बच्चों संग वापस पाकिस्तान भेजा जा रहा है। सरधना के मोहल्ला घोसियान निवासी पीरुद्दीन की बेटी सना की शादी साल 2020 में पाकिस्तान में हुई थी। कुछ दिन पहले ही वो 45 दिन के वीजा पर भारत आई थी। लेकिन इसी बीच जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले में 28 बेक़सूर भारतीयों को आतंकियों के द्वारा मौत के घाट उतारे जाने के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तानियों को डिपोर्ट करने का आदेश जारी किया। जिसके तहत मेरठ प्रशासन ने भी कार्रवाई शुरू कर दी और इसी कार्रवाई के तहत पाकिस्तान की बहू सना और पाकिस्तान में जन्मे उसके बच्चों को भी वापस पाकिस्तान भेजने की कार्रवाई हुई।
सना के दो मासूम बच्चे हैं और बच्ची दुधमुंही है
जहां पुलिस की खुफिया टीम ने सना और उसके दोनों बच्चों को शुक्रवार सुबह सुरक्षा के बीच वाघा बॉर्डर के लिए रवाना किया। लेकिन बॉर्डर बंद होने के कारण उन्हें पाकिस्तान में प्रवेश नहीं मिल पाया। जहां पाकिस्तानी सेना ने सना को ये कहते हुए वापस भेज दिया कि उसके पास पाकिस्तान की नागरिकता नहीं है। सना के दो मासूम बच्चे हैं और बच्ची दुधमुंही है। सना के परिजन कहते हैं कि वो पहलगाम में हुए आतंकी हमले से बेहद दुखी हैं और उनकी बच्ची यहां फंस गई है। अब जो रास्ता सरकार निकालेगी वो सही होगा। फिलहाल सना और दोनों बच्चें एलआईयू की निगरानी में अपने सरधना में मायके में रह रही है। प्रशासन पाकिस्तानी अधिकारियों से संपर्क कर आगे की प्रक्रिया पूरी करने में जुटा है।