पिता की मौत का सदमा सह ना पाया बेटा, चलती ट्रेन में पत्नी और बच्चों के सामने तोड़ा दम—मुंबई से बिहार लौटते परिवार की खुशी पलभर में मातम में बदली!

Edited By Anil Kapoor,Updated: 01 Dec, 2025 07:19 AM

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Jhansi News: झांसी रेलवे स्टेशन पर बीते शनिवार रात एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। मुंबई से बिहार लौट रहे एक परिवार का सफर मातम में बदल गया, जब 42 वर्षीय रामेश्वर सिंह उर्फ राम विश्वास की चलती ट्रेन में ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि वे अपने...

Jhansi News: झांसी रेलवे स्टेशन पर बीते शनिवार रात एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। मुंबई से बिहार लौट रहे एक परिवार का सफर मातम में बदल गया, जब 42 वर्षीय रामेश्वर सिंह उर्फ राम विश्वास की चलती ट्रेन में ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि वे अपने पिता की मौत के सदमे को सहन नहीं कर पाए।

पिता की मौत का सदमा ले गया जान
रामेश्वर के परिवार के मुताबिक, दो दिन पहले उनके 80 वर्षीय पिता बंता राय का निधन हो गया था। यह खबर मिलते ही रामेश्वर भावुक हो गए और गहरे दुख में डूब गए। पत्नी रीना देवी ने बताया कि वह दो दिनों से कुछ भी नहीं खा रहे थे और लगातार रो रहे थे। परिवार ने उन्हें कई बार खाने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने कोई भोजन नहीं किया। उनकी हालत भावनात्मक सदमे और कमजोरी की वजह से धीरे-धीरे बिगड़ती चली गई।

चलती ट्रेन में अचानक बिगड़ी तबीयत
परिवार शनिवार रात लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस से घर लौट रहा था। झांसी स्टेशन पहुंचने से पहले ही रामेश्वर को भारी बेचैनी हुई। शरीर कांपने लगा, तेज पसीना आने लगा और वह कमजोर होते चले गए। कुछ देर बाद वे थोड़े सामान्य तो हुए, लेकिन रात करीब 11 बजे S-3 कोच में उनकी हालत फिर अचानक गंभीर हो गई। पत्नी के सामने ही उनकी सांसें थम गईं। यात्रियों ने तुरंत रेलवे कंट्रोल रूम को सूचना दी। झांसी स्टेशन पर डॉक्टरों की टीम पहले से तैयार खड़ी थी। ट्रेन जैसे ही प्लेटफॉर्म पर पहुंची, डॉक्टरों ने जांच कर उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस खबर के बाद पत्नी रीना और चारों बच्चों का रो-रोकर हाल बेहाल हो गया।

जीआरपी ने संभाला मामला, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
झांसी जीआरपी की टीम ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अधिकारियों का कहना है कि शुरुआती जांच में मौत का कारण सदमा और भूख से शरीर कमजोर होना माना जा रहा है, लेकिन सही वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगी।

मुंबई में करते थे कारोबार, 4 बच्चों का परिवार अब हुआ बेसहारा
मृतक रामेश्वर मुंबई में काम करते थे और अपनी पत्नी रीना देवी तथा चार बच्चों 14 वर्षीय आस्था, 12 वर्षीय अर्पिता, 11 वर्षीय अरोही,और 9 वर्षीय यश के साथ रहते थे। अचानक हुए इस हादसे से परिवार पूरी तरह टूट चुका है। फिलहाल जीआरपी और डॉक्टर मामले की जांच कर रहे हैं।

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