Edited By Prashant Tiwari,Updated: 05 Feb, 2023 01:54 PM

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस (press conference) में कहा कि अडाणी के मुद्दे की वजह से भारत की छवि (image) दांव पर लगी है और हर कोई इसको लेकर चिंतित है, लेकिन सरकार इसे बहुत हल्के में ले रही है। उन्होंने कहा कि...
लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस (press conference) में कहा कि अडाणी के मुद्दे की वजह से भारत की छवि (image) दांव पर लगी है और हर कोई इसको लेकर चिंतित है, लेकिन सरकार इसे बहुत हल्के में ले रही है। उन्होंने कहा कि अडाणी मामले का भारतीय (Indian) अर्थव्यवस्था पर दीर्घकालीन (long term) प्रभाव पड़ेगा और दुर्भाग्यपूर्ण (unfortunate) है कि सरकार (Government) इस देश के लोगों को भरोसे में नहीं ले रही है। मायावती ने जारी एक बयान में कहा रविदास जयंती पर अडाणी प्रकरण को कैसे भूला जा सकता है क्योंकि ये नई चिंता का कारण है। इस तरह के मामलों का हल ढूढ़ने (Find a solution) के बजाय सरकार लोगों को नजरअंदाज (ignore) कर नए वादे कर रही है।

अडाणी मुद्दे को सरकार बहुत हल्के में ले रही
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि विश्व में अपनी रैंकिंग स्थापित करने वाले इस देश के एक कारोबारी (businessman) की वजह से भारत का आर्थिक जगत निराश और अवसाद में है। इसका इस देश की अर्थव्यवस्था (economy) और आम जीवन पर दीर्घकालीन असर पड़ने जा रहा है। अन्य मामलों की तरह ही अडाणी के मामले में सरकार इस देश के लोगों को सदन के माध्यम से भरोसे में नहीं ले रही हैं। सरकार को लोगों के भरोसे के साथ नहीं खेलना चाहिए।
अमेरिकी जांच एजेंसी ने लगाया हैं आरोप
उल्लेखनीय है कि अमेरिकी शॉर्ट सेलर (american short seller) और वित्तीय शोध (financial research) कंपनी हिंडनबर्ग (Hindenburg) ने करीब 10 दिन पहले अडाणी समूह के खिलाफ कंपनी संचालन के मोर्चे पर गड़बड़ी के कई आरोप लगाए थे। जिसके बाद से अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई है। अहमदाबाद (Ahmedabad) स्थित अडाणी समूह (Adani Group) ने सभी आरोपों का खंडन किया है और इसे भारत पर सुनियोजित (well planned) हमला करार दिया है।