Edited By Anil Kapoor,Updated: 04 Jul, 2024 05:58 PM
UP Politics News: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव प्रो.रामगोपाल यादव ने कहा है कि हाथरस में सत्संग समारोह में हुए दर्दनाक हादसे के बाद सरकार को चाहिए कि इस तरह के आयोजन के लिए सरकार को एसओपी बनाए जाने की जरूरत है तभी इस तरह से हादसों पर...
UP Politics News: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव प्रो.रामगोपाल यादव ने कहा है कि हाथरस में सत्संग समारोह में हुए दर्दनाक हादसे के बाद सरकार को चाहिए कि इस तरह के आयोजन के लिए सरकार को एसओपी बनाए जाने की जरूरत है तभी इस तरह से हादसों पर नियंत्रण पाया जा सकता है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव प्रो.रामगोपाल यादव गुरुवार को सैफई स्थित आवास पर पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसी एसओपी बनाने की जरूरत है जिसमें किसी की आयोजन के लिए भीड़,आयोजन स्थान,सुरक्षा,दमकल गाड़ियों को पहुंचने का रास्ता आदि ठीक है या नहीं तभी आयोजन की अनुमति दी जानी चाहिए अगर ऐसे सख्त नियम बनाए जाएंगे तभी इस तरह के हादसों पर रोक लग पाना संभव होगा।
यह कोई पहली घटना नहीं है जिसमें आस्थावान लोगों की मौत हुई: प्रो.रामगोपाल
यादव ने कहा कि यह कोई पहली घटना नहीं है जिसमें आस्थावान लोगों की मौत हुई है। उन्होंने सबरी माला हादसे का जिक्र करते हुए कहा कि साकार हरि बाबा के सत्संग में आस्था के चलते बड़ी तादात में लोग जमा हुए हैं जहा हुए हादसे में बड़ी सख्या में लोग शिकार हो गए हैं। इस हादसे के लिए भोले बाबा को जिम्मेदार ठहरना किसी भी सूरत में उचित नहीं है। वे नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा का बचाव करते नज़र आए हैं। उन्होंने कहा कि हादसे तो हादसे होते ही रहते है जब आस्था के चलते जरूरत से ज्यादा लोग किसी समारोह में शामिल होंगे तो अव्यवस्था के चलते इस तरह के हादसे होना आम बात है। हादसे के बाद यूपी सरकार पूरी निगरानी कर रही है, न्यायिक जांच कमेटी का गठन किया जा चुका है।
ये हादसा है ये किसी के द्वारा डिजाइन या साजिश नहीं: प्रो.रामगोपाल
प्रो.रामगोपाल ने कहा कि ये हादसा है ये किसी के द्वारा डिजाइन या साजिश नहीं है लेकिन फिर भी कुछ लोग हादसा या साजिश कहने लगे है। सरकार को ऐसे नियम बनाने चाहिए कि इस तरह के कार्यक्रम हो तो कितनी भीड़ हो, जगह है कि नहीं है, आने जाने की व्यवस्था सही है कि नहीं है। एग्जिट एक्सिस सही है कि नहीं है। डॉक्टरों की व्यवस्था है कि नहीं। शहर के अंदर है तो फायर बिग्रेड और सारी चीज है कि नहीं है। सारी चीजों का एसओपी जारी होगा। उसी हिसाब से कार्यक्रम हों लोग मन चाहे तरीके से नहीं कर सकेंगे। गौरतलब है कि हाथरस में भोले बाबा के सत्संग समागम में भगदड़ मचने से करीब एक सैकड़ा से अधिक आस्थावान लोगों की जान चली गई है जबकि सैकड़ों लोग घायल हो गए हैं।