Edited By Anil Kapoor,Updated: 23 Apr, 2025 07:17 AM

Varanasi News: उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में 19 वर्षीय युवती के कथित सामूहिक बलात्कार के मामले ने मंगलवार को एक नाटकीय मोड़ ले लिया। इस मामले के एक आरोपी की बहन ने पीड़िता के बयान को चुनौती देते हुए उसके आरोपों को मनगढ़ंत करार दिया। कथित सामूहिक...
Varanasi News: उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में 19 वर्षीय युवती के कथित सामूहिक बलात्कार के मामले ने मंगलवार को एक नाटकीय मोड़ ले लिया। इस मामले के एक आरोपी की बहन ने पीड़िता के बयान को चुनौती देते हुए उसके आरोपों को मनगढ़ंत करार दिया। कथित सामूहिक बलात्कार कांड के एक आरोपी राज विश्वकर्मा की बहन और खुद को शिकायतकर्ता की दोस्त बताने वाली एक महिला ने यहां प्रधानमंत्री के जनसंपर्क कार्यालय में संवाददाताओं के साथ बातचीत में आरोप लगाया कि कथित पीड़िता ने विश्वकर्मा पर झूठा आरोप लगाकर फंसाया है क्योंकि उसने उससे शादी करने से इनकार कर दिया था।
'शादी से इनकार पर फंसाया, पीड़िता मॉल और इंस्टा की थी शौकीन'
महिला ने दावा किया कि वह (कथित पीड़िता) इंस्टाग्राम पर लोगों से सम्पर्क करती थी। वह बाहर जाना पसंद करती थी और उसे फोटो खिंचवाने का शौक था। उसने मुझे फोन पर बताया कि उसका परिवार उसे बाहर नहीं जाने देता है। उसे नृत्य करना और बाहर घूमना पसंद है। उसने मुझसे इस सिलसिले में मदद मांगी। उसने बताया कि कथित पीड़िता 30 मार्च को एक पुरुष साथी के साथ उसके घर आई थी और खरीददारी के बहाने उसे मॉल में ले गई थी। उसने कहा कि उसने कुछ तस्वीरें लेने के लिए मेरे फोन का इस्तेमाल किया, लेकिन कोई कपड़े नहीं खरीदे। वह आखिरी बार था जब मैंने उसे देखा था।
'बीमारी थी, पैसे और कपड़े लेकर गई, नहीं किया मारपीट का जिक्र'
महिला ने यह भी दावा किया कि 2 और 3 अप्रैल को कथित पीड़िता एक अन्य पुरुष मित्र के घर पर रुकी और अपने उस दोस्त के फोन से उससे संपर्क किया। उसने कहा कि जब मैंने उस नंबर पर वापस कॉल की तो लड़के ने कहा कि वह दो सेट कपड़े और कुछ पैसे लेकर गई है। उसने तब भी मारपीट की घटना का जिक्र नहीं किया। महिला ने आरोप लगाया कि कथित पीड़िता को पहले से ही कोई बीमारी थी। उसने कहा कि कथित बलात्कार पीड़िता उसके भाई राज विश्वकर्मा से शादी करना चाहती थी लेकिन उसने मना कर दिया, इसीलिए उसने उसके भाई को बलात्कार के आरोप में फंसा दिया और बाकी आरोपियों से धन लेकर उनके नाम इस मामले से हटवा दिए। पुलिस ने आरोपी के परिवार द्वारा किए गए जवाबी दावों पर कोई टिप्पणी नहीं की है। वह मामले की जांच कर रही है।
23 लोगों पर गैंगरेप का आरोप, पीएम ने दिए थे सख्त कार्रवाई के निर्देश
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पिछली 11 अप्रैल को वाराणसी की अपनी यात्रा के दौरान कथित सामूहिक बलात्कार मामले के बारे में अधिकारियों से पूछने और तत्काल सख्त कार्रवाई करने के निर्देश देने के बाद इस मामले ने पूरे देश का ध्यान खींचा था। कथित पीड़िता ने 6 अप्रैल को दर्ज कराई गई शिकायत में आरोप लगाया है कि 29 मार्च और 4अप्रैल के बीच 23 लोगों ने कई स्थानों पर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया था। पुलिस ने इस सिलसिले में भारतीय न्याय संहिता की धाराओं 70(1) (सामूहिक बलात्कार), 74 (शीलभंग करने के इरादे से हमला), 123 (जहर या अन्य तरीकों से चोट पहुंचाना), 126(2) (गलत तरीके से रोकना), 127(2) (गलत तरीके से बंधक बनाना) और 351(2) (आपराधिक धमकी) के तहत मुकदमा दर्ज किया था। इस मामले में अब तक करीब एक दर्जन संदिग्धों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वे राज विश्वकर्मा, समीर, आयुष, सोहेल, दानिश, अनमोल, साजिद, जहीर, इमरान, जैब, अमन और राज खान हैं। पुलिस ने बताया कि बाकी आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी जारी है। मुकदमे में 11 अज्ञात लोग भी शामिल हैं।