Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 29 Sep, 2021 11:57 AM

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (Akhil Bharatiya Akhara Parishad) के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ( Mahant Narendra Giri) की मौत मामले में सीबीआई (CBI) जांच कर रही है। जिसके चलते रविवार को सीबीआई टीम ने तीनों आरोपियों को रिमांड पर लिया है। आनंद गिरि (Anant...
प्रयागराज: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (Akhil Bharatiya Akhara Parishad) के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ( Mahant Narendra Giri) की मौत मामले में सीबीआई (CBI) जांच कर रही है। जिसके चलते रविवार को सीबीआई टीम ने तीनों आरोपियों को रिमांड पर लिया है। आनंद गिरि (Anant Giri ) को मंगलवार सुबह सेंट्रल जेल से कस्टडी रिमांड पर लेकर सीबीआई ने पुलिस लाइन लाकर अतिथि गृह के कमरे में पूछताछ शुरू की। तमाम सवाल के जवाब में आनंद गिरि कभी खामोश हो जाते तो कभी गोलमोल जवाब देते। इस पर सीबीआई के अफसरों ने कहा कि घुमाइए नहीं, साफ-साफ बताइए ‘छोटे महाराज’। जो पूछा जा रहा है उसी के बारे में बताइए। बाकी जो आप और बताना चाह रहे हैं उसे भी आपसे पूछा जाएगा, धैर्य रखिए। जितना पूछा जा रहा है, उतना बताते जाना है।

कभी खामोश तो कभी गोलमोल जवाब देते नजर आए आनंद गिरि...
सूत्रों के मुताबिक सबसे अहम सवाल यह पूछा गया कि अदावत जमीन की थी तो सुसाइड नोट में महिला का जिक्र कैसे था? विवाद के दौरान शादी में रुपए लुटाते हुए जो आडियो था, उसे वायरल करने के पीछे मंशा क्या थी? महंत नरेंद्र गिरि से क्या चाहते थे? ये सवाल ऐसे थे, जिसका जवाब देने में आरोपित आनंद गिरि को समय लग गया। काफी देर तक खामोश रहने के बाद जब चुप्पी तोड़ी तो गोलमोल जवाब दिए। जिस पर कुछ अफसरों ने कहा कि ‘छोटे महाराज’ आप ध्यान रखिए कि आपसे सीबीआइ पूछताछ कर रही है, इसलिए जितना पूछा जा रहा है उतने का ही जवाब दीजिए।

CBI ने दागे जब सवाल तो छोटे महाराज के छूटे पसीने
टीम ने कहा कि विस्तार से जानकारी लेने के लिए अभी काफी समय है, इसलिए संक्षेप में ही अभी ये सब बताइए। पूछताछ के दौरान अफसरों का बीच-बीच में तेवर देखकर आनंद गिरि के पसीने छूटते रहे। हालांकि, सभी सवालों के जवाब में आनंद गिरि दोहराते रहे कि वह निर्दोष हैं और एक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है।
CBI ने फोटो वायरल करने को लेकर पूछा से सवाल
आनंद गिरि से सीबीआइ ने पूछा कि महंत नरेंद्र गिरि का हरिद्वार में कौन-कौन करीबी था। अंतिम बार वे कब हरिद्वार गए थे। जब वे वहां जाते थे तो सबसे अधिक किससे बातचीत करते थे। सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा था कि ‘आज जब हरिद्वार से सूचना मिली कि एक-दो दिन में आनंद गिरि कंप्यूटर के माध्यम से मोबाइल से किसी लड़की या महिला के गलत काम करते हुए मेरी फोटो लगाकर फोटो वायरल कर देगा, इसलिए मैं जान देने जा रहा हूं''। यह सूचना देने वाला कौन था? इस सवाल पर आनंद गिरि बोले कि मुझे नहीं पता। हालांकि, वहां कौन-कौन महंत के करीबी थे, इस बारे में जरूर सीबीआई को बताया है।