Edited By Mamta Yadav,Updated: 07 Aug, 2025 02:33 AM

संसद मार्ग मस्जिद में सपा सांसद डिंपल यादव की मौजूदगी पर उठे विवाद की आग शांत होने का नाम नहीं ले रही। अब इस मामले में बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी के बयान ने नया तूफ़ान खड़ा कर दिया है। जहां पहले बीजेपी के कुछ...
Kanpur News: संसद मार्ग मस्जिद में सपा सांसद डिंपल यादव की मौजूदगी पर उठे विवाद की आग शांत होने का नाम नहीं ले रही। अब इस मामले में बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी के बयान ने नया तूफ़ान खड़ा कर दिया है। जहां पहले बीजेपी के कुछ नेताओं ने डिंपल यादव के मस्जिद जाने पर आलोचनाओं का विरोध किया था, वहीं अब पार्टी के ही वरिष्ठ नेता जमाल सिद्दीकी ने डिंपल के पहनावे को लेकर विवादित बयान दे दिया है।
‘बिना सिर ढके मस्जिद में गईं डिंपल’, सिद्दीकी का आरोप
कानपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए जमाल सिद्दीकी ने कहा कि डिंपल यादव मस्जिद में बिना सिर ढके पहुंचीं, जो इस्लामिक मर्यादाओं के खिलाफ है। उन्होंने इसे मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं का अपमान बताया। सिद्दीकी ने डिंपल ही नहीं, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को भी निशाने पर लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि "अखिलेश यादव मस्जिद में हंसते हैं और मज़ाक उड़ाते हैं। वे धार्मिक परंपराओं को गंभीरता से नहीं लेते।"
'डी फॉर डिंपल, ए फॉर अखिलेश' पर तंज
जमाल सिद्दीकी ने कहा कि सपा नेता अब “डी फॉर डिंपल, ए फॉर अखिलेश” जैसी बातें कर लोगों को गुमराह कर रहे हैं, जबकि उन्हें राष्ट्रनायकों और धार्मिक प्रतीकों की मर्यादा समझनी चाहिए। उन्होंने कहा, "अखिलेश की राजनीति सिर्फ मुस्लिम तुष्टिकरण पर आधारित है, लेकिन वह मुसलमानों के रीति-रिवाजों का सम्मान नहीं करते। अब मुसलमान उन्हें सच्चाई का आईना दिखाएंगे।"
BJP की अंदरूनी रणनीति में दरार या बयानबाज़ी की राजनीति?
गौरतलब है कि डिंपल यादव के मस्जिद दौरे पर शुरुआत में बीजेपी के कुछ नेताओं ने सार्वजनिक रूप से उनका समर्थन किया था। लेकिन अब पार्टी के ही एक वरिष्ठ नेता का तीखा बयान सामने आना, सियासी रणनीति और पार्टी लाइन पर सवाल खड़े कर रहा है।
कानपुर बैठक में मौजूद रहे कई भाजपा नेता
इस मौके पर बीजेपी के दक्षिण जिलाध्यक्ष शिवराम सिंह, फैसल सिद्दीकी, अनस उस्मानी, रामिंदर सिंह रिंकू, कसीम, बुशरा अंसारी, कमलजीत बग्गा और एहसान खान जैसे नेता बैठक में शामिल हुए। यह साफ संकेत है कि पार्टी इस बयान को केवल व्यक्तिगत राय मानकर दरकिनार नहीं कर सकती।