स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही: रद्दी एंटिजन किट से किए 10 हजार से ज्यादा टेस्ट, बिना किसी परिणाम के बताया नेगेटिव

Edited By Umakant yadav,Updated: 14 May, 2021 02:35 PM

big negligence of health department  10 thousand tests done with antigen kit

उत्तर प्रदेश में बरेली के स्वास्थ्य विभाग की जानबूझकर की गई गलती ने सैकड़ों लोगों की जिंदगी को जोखिम में डाल दिया है। पिछले दिनों मेडिकल कॉरपोरेशन से मिली एंटीजन किट के रद्दी साबित होने के बावजूद उससे करीब 10 हजार लोगों के टेस्ट कर डाले। किट कोई...

बरेली: उत्तर प्रदेश में बरेली के स्वास्थ्य विभाग की जानबूझकर की गई गलती ने सैकड़ों लोगों की जिंदगी को जोखिम में डाल दिया है। पिछले दिनों मेडिकल कॉरपोरेशन से मिली एंटीजन किट के रद्दी साबित होने के बावजूद उससे करीब 10 हजार लोगों के टेस्ट कर डाले। किट कोई परिणाम नहीं बता पाई। हंगामा होने के डर से ज्यादातर संदिग्ध संक्रमितों को निगेटिव बताकर लौटा दिया गया।

हालांकि इन लोगों के आरटीपीसीआर जांच के लिए भी सैंपल लिए गए हैं लेकिन फिर भी यह अंदाजा लगाना मुश्किल है कि उसकी रिपोटर् आने तक इनमें शामिल संक्रमित कितने और लोगों में संक्रमण फैला चुके होंगे। मेडिकल कॉरपोरेशन ने कुछ ही दिन पहले बरेली के स्वास्थ्य विभाग को करीब दस हजार एंटीजन किट भेजी गई थीं। यह किट मुख्यालय से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के साथ मेडिकल मोबाइल यूनिट को भेज दी गईं, लेकिन उनका इस्तेमाल शुरू हुआ तो पता चला कि इस किट में सैंपल डालते ही बिखर रहा है और काफी देर बाद भी वायरल लोड नहीं बता पा रहा है। सूत्रों के मुताबिक इसकी सूचना सीएमओ को दी गई तो उन्होंने संदिग्ध संक्रमितों के आरटीपीसीआर सैंपल लेने की भी हिदायत दे दी लेकिन बेकार एंटीजन किट से जांच करने है या नहीं, इस बारे में कुछ भी साफ नहीं किया।

चूंकि एंटीजन किट से नतीजा न आने की बात बताने पर हंगामा होने का डर था, लिहाजा सैंपलिंग कर रही टीमों ने ऐसे लोगों को निगेटिव बताकर लौटाना शुरू कर दिया। इसी तरह पिछले तीन दिनों में लगभग सारी घटिया एंटीजन किट खपा दी गई। जिन लोगों को निगेटिव बताकर लौटाया गया है, उनमें सैकड़ों लोग पॉजिटिव हो सकते हैं और जब तक उनकी आरटीपीसीआर रिपोर्ट आएगी तब तक वे अपने परिवार के साथ न जाने कितने और लोगों को संक्रमित कर चुके होंगे। खतरा इसलिए और ज्यादा है क्योंकि आरटीपीसीआर रिपोर्ट आने में हफ्ते से दस दिन का समय लग रहा है।

एक लैब टेक्नीशियन के मुताबिक पिछले तीन दिनों से मेडिकल कॉरपोरेशन से मिली नई किट से ही जांच चल रही थी। इस जांच में चार से पांच फीसदी ही लोगों के संक्रमित पाए जाने का औसत आया है जबकि इससे पहले वाली किट से यह औसत 18 से 20 फीसदी तक था। इस लिहाज से इस रद्दी किट से पिछले तीन दिनों में हुई नौ हजार से ज्यादा जांच में ऐसे संक्रमितों की संख्या हजारों में हो सकती है जिन्हें निगेटिव बता दिया गया है। पिछले दो दिनों में पहले दिन जिले में करीब तीन सौ और दूसरे दिन साढ़े चार सौ संक्रमित मिले। इसमें आरटीपीसीआर, निजी लैब और ट्रूनेट से हुई जांच के नतीजे भी शामिल हैं। आशंका जताई जा रही है कि अगर एंटीजन किट से सही नतीजा सामने आता तो यह आंकड़ा हजार के पार पहुंच सकता था।

जिला सविलांस अधिकारी रंजन गौतम ने कहा कि एंटीजन किट की जांच रिपोर्ट साफ नहीं हो पा रही थी। शिकायतें मिलने पर उन्हें बदलने के निर्देश दिए गए हैं। शुक्रवार से टीमों को नई किट मिल जाएगी। जो बची किट हैं, वे वापस भेज दी जाएंगी। जिन लोगों की रिपोर्ट निगेटिव थी और उनका आरटीपीसीआर सैंपल लिया गया है, वे अभी होम क्वारंटीन रहें।

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