Edited By Pooja Gill,Updated: 20 Jun, 2025 01:54 PM

आजमगढ़: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले लोग आजमगढ़ और उत्तर प्रदेश का नाम लेने से डरते थे और यहां का निवासी पहचान के संकट से जूझता था लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में अब आजमगढ़...
आजमगढ़: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले लोग आजमगढ़ और उत्तर प्रदेश का नाम लेने से डरते थे और यहां का निवासी पहचान के संकट से जूझता था लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में अब आजमगढ़ विकास की मुख्यधारा से जुड़ गया है। योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के अवसर पर कहा, "उत्तर प्रदेश एक 'बीमारू' राज्य से एक्सप्रेसवे राज्य के रूप में अपनी पहचान बना रहा है। याद करने की कोशिश करें कि आठ साल पहले क्या हालात थे। लोग आजमगढ़ और उत्तर प्रदेश का नाम लेने से डरते थे।''
'आजमगढ़ पहचान का मोहताज नहीं रहा'
योगी आदित्यनाथ ने कहा, "आजमगढ़ ने दो मुख्यमंत्री दिए हैं लेकिन यह आजमगढ़ पहचान का मोहताज था पर आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में आठ साल की अवधि में, आजमगढ़ पहचान का मोहताज नहीं रहा।'' उन्होंने कहा कि ‘‘आजमगढ़ अब अदम्य साहस का गढ़ बन गया है। अब यह विकास की मुख्यधारा से जुड़ गया है।'' गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे 91.352 किलोमीटर लंबा है और 7,283 करोड़ रुपये की लागत से बना है।
'यूपी अब आत्मविश्वास और गौरव की नई उड़ान भर रहा'
इसके उद्घाटन से पहले योगी आदित्यनाथ ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘91.35 किलोमीटर लंबे गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का उद्घाटन पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है।" कहा, " प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व में उत्तर प्रदेश अब देश के सबसे बड़े एक्सप्रेसवे नेटवर्क के साथ विकास, आत्मविश्वास और गौरव की नई उड़ान भर रहा है। गोरखपुर को आजमगढ़ सहित कई जिलों से जोड़ने वाला गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पूर्वी उत्तर प्रदेश में औद्योगिक प्रगति, पर्यटन विकास और निवेश के नए रास्ते खोलेगा।"