Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 24 Oct, 2020 05:24 PM
उत्तर प्रदेश में हवा दिन-ब-दिन जहरीली होती जा रही है। विशेष रुप से एनसीआर क्षेत्रों में हवा दमघोटू बन गई है। औद्योगिक क्षेत्र नोएडा में खुले में निर्माण सामग्री रखने और वायु प्रदूषण
नोएडाः उत्तर प्रदेश में हवा दिन-ब-दिन जहरीली होती जा रही है। विशेष रुप से एनसीआर क्षेत्रों में हवा दमघोटू बन गई है। औद्योगिक क्षेत्र नोएडा में खुले में निर्माण सामग्री रखने और वायु प्रदूषण संबंधी नियमों का उल्लंघन करने पर विभिन्न स्थानों पर कार्रवाई करते हुए एक लाख 32 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि नियम तोड़ने वाले लोगों के खिलाफ शुक्रवार को 2,42,000 रुपए का जुर्माना लगाया गया था। इसके साथ ही नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने बताया कि वायु गुणवत्ता बनाए रखने के लिए पानी टैंकरों से नोएडा में 113.80 किलोमीटर सड़क पर पानी का छिड़काव कराया गया। उन्होंने बताया कि नोएडा के विभिन्न स्थानों से 280 टन मलबे को हटाया गया। इसके सात ही लोक स्वास्थ्य विभाग द्वारा 67 मार्गों पर 248 किलोमीटर सड़क में ‘मैकेनिकल स्वीपिंग' मशीनों से सड़कों की सफाई कराई गई। इसके अतिरिक्त 60 किलोमीटर सड़कों की रात्रि में धुलाई कराई गई।
उपजिलाधिकारी राजीव राय ने बताया कि ‘ओवरलोड' सात ट्रकों को जब्त किया गया है। हालांकि उन ट्रकों के चालक भाग गये। उन्होंने बताया कि जेवर एक्सप्रेस-वे के पास कुछ ट्रक बालू लेकर जा रहे थे। सभी ट्रक ‘ओवरलोड' थे। इस बीच क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी प्रवीण कुमार ने बताया कि शनिवार दोपहर को जनपद गौतम बुद्ध नगर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 348 दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि फरीदाबाद में एक्यूआई 370, गाजियाबाद में 326 तथा इंदिरापुरम में एक्यूआई 336 दर्ज किया गया।
उन्होंने बताया कि दिल्ली में एक्यूआई 342 रहा जबकि बल्लभगढ़ में 338, बागपत में 329, बहादुरगढ़ में 322, गुरूग्राम में 320 एक्यूआई दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि वायु प्रदूषण को रोकने के लिए प्रदूषण विभाग, जिला प्रशासन तथा नोएडा प्राधिकरण लगातार काम कर रहा है। नियम तोड़ने वाले लोगों के खिलाफ शुक्रवार को 2,42,000 रुपए का जुर्माना लगाया गया।