Edited By Anil Kapoor,Updated: 07 Dec, 2022 09:00 AM

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। जहां एक पिता ने अपनी बेटी की शादी के ठीक एक दिन पहले ढोल नगाड़ों के संग बारात....
मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। जहां एक पिता ने अपनी बेटी की शादी के ठीक एक दिन पहले ढोल नगाड़ों के संग बारात निकाली। जिसको देखकर स्थानीय लोग हैरान रह गए। वहीं इस मामले में लड़की के पिता का कहना है कि उन्होंने महिलाओं को समानता का अधिकार देने के लिए ऐसा किया है। जिसमें उनके परिवार के सभी लोगों ने उनका साथ दिया। लड़की के पिता ने बताया कि उन्होंने लड़कों क तरह ही अपनी बेटी की घुड़चढ़ी की है।
शादी के एक दिन पहले बेटी की घुड़चढ़ी कर निकाली बारात
जानकारी मुताबिक मुरादाबाद शहर के राम गंगा विहार स्थित हिमगिरी कॉलोनी के निवासी राजेश शर्मा अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के प्रदेश महामंत्री है। आज उनकी बेटी की शादी है। जिससे ठीक एक दिन पहले यानी के मंगलवार को उन्होंने महिलाओं को समानता का अधिकार देते हुए बेटी श्वेता की घुड़चढ़ी कर बारात निकाली। बारात निकालने के दौरान उन्होंने अपनी बेटी को लड़को की तरह कपड़े पहनाए हुए थे और सिर में सेहरा भी पहनाया था। इसके बाद उन्होंने मंदिर में जाकर भगवान के आगे सिर भी झुकाया।
मोहल्ले के लोगों ने कैमरे में कैद की तस्वीर
अपने मोहल्ले में इस तरह का अनोखा नजारा देख सभी स्थानीय लोग हैरान रह गए। क्योंकि यह बारात ठीक वैसे ही निकली थी जैसे अपनी शादी के दौरान लड़के तैयार होते हैं और मोहल्ले से बारात निकालते हैं। मोहल्ले के लोगों का कहना है कि उन्होंने पहले कभी बेटी की बारात निकलते नहीं देखी। बेटी की बारात निकलते देख लोगों ने अपने मोबाइल फोन से फोटो और वीडियो भी बनाए।
लड़की के पिता ने 27 साल बाद मनाई खुशियां
इस मामले में पिता राजेश शर्मा का कहना है कि उनके इस काम से बेटों और बेटियों में भेदभाव रखने वाले लोगों में जरुर बदलाव आएगा। लोग बेटी होने पर दुखी हो जाते हैं और बेटा पैदा होने पर खुशियां मनाने लगते हैं। उन्होंने कहा कि आज मुझे अपनी गलती का एहसास हुआ हैं क्योंकि मैंने 27 साल पहले बेटी के पैदा होने पर खुशियां नहीं मनाई थी। राजेश शर्मा ने कहा कि लड़कियों को भी समानता का अधिकार मिलना चाहिए, इसलिए बेटी के विवाह के अवसर पर भूल का सुधार करते हुए बेटी की बारात निकाली है।