Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 02 Dec, 2020 04:10 PM
भारत में हिंसा फैलाने के इरादे से पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के 12 सदस्यों का पर्दाफास हुआ है, ये सभी अपने नापाक मंसूबों के साथ नेपाल बॉर्डर से उत्तर प्रदेश में घुसपैठ करने की फिराक में है। इसकी जानकारी खुफिया एजेंसियों ने उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ साझा...
नई दिल्ली: भारत में हिंसा फैलाने के इरादे से पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के 12 सदस्यों का पर्दाफास हुआ है, ये सभी अपने नापाक मंसूबों के साथ नेपाल बॉर्डर से उत्तर प्रदेश में घुसपैठ करने की फिराक में है। इसकी जानकारी खुफिया एजेंसियों ने उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ साझा किया है। इसके बाद से ही पीलीभीत से लेकर बिहार बॉर्डर तक नेपाल से जुड़े जिलों में पुलिस अलर्ट मोड पर है।
दरअसल खुफिया एजेंसियों ने आशंका जताई है कि पीएफआई के ये 12 सदस्य सीरिया से ट्रेनिंग लेकर किसी खास मकसद से घुसपैठ करने वाले हैं। वहीं बताया जा रहा है कि ये सभी सिद्धार्थनगर जिले की सीमा से भारतीय सीमा में दाखिल हो सकते हैं। बता दें कि हाथरस कांड में पीएफआई की भूमिका का खुलासा भी हुआ था इसके अलावा मथुरा में मांट टोल प्लाजा पर चार आरोपी पकड़े गए थे जिनके पास से भड़काऊ साहित्य बरामद हुए थे। उन चारों आरोपियों में से एक केरल का रहने वाला है, सभी मथुरा जेल में बंद हैं। दरअसल खुफिया एजेंसियों की तरफ से जारी अलर्ट में सभी 12 सदस्यों के केरल का निवासी होने का जिक्र है। ये इनपुट प्रदेश की सुरक्षा के दृष्टिकोण से काफी अहम है। इनपुट के मुताबिक, पीएफआई सदस्यों द्वारा नेपाल सीमा पर ठिकाना बनाकर घुसपैठ की योजना बनाई जा रही है।
बता दें कि पीएफआई ने उत्तर प्रदेश में बीते एक साल में अपनी सक्रियता बढ़ाई है। यूपी में 2019 के दिसंबर से अब तक सीएए-एनआरसी के विरोध के बाद पीएफआई के 130 सदस्यों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जानकारी के मुताबिक इनमें करीब 15 सक्रिय सदस्य शामिल हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, पश्चिमी यूपी के बाद पूर्वांचल में पीएफआई के सदस्यों के सक्रिय होने की सूचना मिली है। खुफिया एजेंसी के सूत्रों के अनुसार, उत्तर प्रदेश में हुए कुछ हिंसक और सीएए-एनआरसी के विरोध में पीएफआई के सदस्यों का शामिल होना पाया गया था।