Edited By Anil Kapoor,Updated: 19 Jul, 2024 03:48 PM

Amroha News: अकसर उत्तर प्रदेश पुलिस बदमाशों के साथ मुठभेड़ के बाद वाहवाही लूटती है, मगर अमरोहा में बीते सोमवार को बाइक चोरों से पुलिस की मुठभेड़ पर अब सवाल खड़े हो गए हैं। दरअसल, जिला कोर्ट ने पुलिस की मुठभेड़ वाली स्क्रिप को फर्जी बता दिया है।...
(मोहम्मद आसिफ) Amroha News: अकसर उत्तर प्रदेश पुलिस बदमाशों के साथ मुठभेड़ के बाद वाहवाही लूटती है, मगर अमरोहा में बीते सोमवार को बाइक चोरों से पुलिस की मुठभेड़ पर अब सवाल खड़े हो गए हैं। दरअसल, जिला कोर्ट ने पुलिस की मुठभेड़ वाली स्क्रिप को फर्जी बता दिया है। जिसके चलते अब अमरोहा पुलिस की भारी बेइज्जती हो रही है।
जानिए, क्या है पूरा मामला?
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सोमवार को हसनपुर थाने की पुलिस ने एनकाउंटर के बाद मनोज सैनी, राहुल और अनिल को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद तीनों को रिमांड पर लेने के लिए पुलिस ने तीनों को कोर्ट में पेश किया। जैसे ही सुनवाई शुरू हुई तो आरोपियों के वकील एनकाउंटर को फर्जी बताने लगे। जज साहब ने जैसे ही केस डायरी को बारिकी से पढ़ा तो उसमें कई खामियां पाई गई। जिसके बाद कोर्ट ने पुलिस मुठभेड़ को फर्जी घोषित कर दिया और पुलिसकर्मियों को फटकार लगाते हुए कई सवाल पूछे।

कोर्ट ने पुलिस मुठभेड़ को बताया फर्जी
बताया जा रहा है कि कोर्ट ने पूछा कि पुलिस की ओर से चलाई गई गोली के खोखे कहां हैं? मेमो के कॉलम भी अपूर्ण मिला..कोर्ट ने ये भी सवाल पूछा कि तीनों आरोपियों से मुठभेड़ के दौरान चार पुलिस वालों में से किसी एक को भी खरोंच तक कैसे नहीं आई..कोई भी सिपाही घायल कैसे नहीं हुआ ? कोर्ट ने पुलिस की ओर से आरोपियों की रिमांड याचिका को ख़ारिज करते हुए दो आरोपियों को बरी कर दिया है, जबकि एक आरोपी को आर्म्स एक्ट में रिमांड पर जेल भेज दिया है। जबकि हसनपुर कोतवाली पुलिस ने दावा किया था कि तीनों आरोपियों को चैकिंग के दौरान जब रोकने की कोशिश की गई तो आरोपी पुलिस पर हमला करने लगे। इसी दौरान मुठभेड़ में तीनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

अब अमरोहा पुलिस की हो रही है भारी फजीहत
मगर, कोर्ट में पुलिस का ये दावा फर्जी साबित हो गया। आरोपियों के वकील ने पुलिस पर तीनों आरोपियों को रात में उनके घर से उठाकर ले जाने का आरोप लगाया। पुलिस की लचर केस डायरी की वजह से कोर्ट ने भी इसे फर्जी मानते हुए दो आरोपियों को बरी कर दिया है, जबकि एक आरोपियों को आर्म्स एक्ट में रिमांड पर जेल भेज दिया है। जिसके चलते अब अमरोहा पुलिस की भारी फजीहत हो रही है।