Edited By Anil Kapoor,Updated: 03 Mar, 2025 12:34 PM

Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक दिलचस्प और साहसिक शादी की कहानी सामने आई है। लखीमपुर खीरी जिले की रहने वाली गुलबसा ने धर्म परिवर्तन कर सनातन धर्म को अपनाया और फिर अपने दोस्त सुमित के साथ एक मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज से शादी कर ली।...
Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक दिलचस्प और साहसिक शादी की कहानी सामने आई है। लखीमपुर खीरी जिले की रहने वाली गुलबसा ने धर्म परिवर्तन कर सनातन धर्म को अपनाया और फिर अपने दोस्त सुमित के साथ एक मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज से शादी कर ली। इस शादी का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
जानिए, क्या है पूरा मामला?
मिली जानकारी के मुताबिक, गुलबसा ने बताया कि उनके परिवार वाले उनकी शादी किसी उम्रदराज व्यक्ति से करना चाहते थे, जिसे वह बिल्कुल भी पसंद नहीं करती थीं। गुलबसा ने कहा कि वह एक खुले आसमान में उड़ने वाला पंछी बनकर जीवन जीना चाहती थीं और इसलिए एक ऐसे जीवनसाथी की तलाश कर रही थीं, जो उनके विचारों से मेल खाता हो। गुलबसा एक फैक्ट्री में काम करती थीं और वहीं पीलीभीत जिले के बीसलपुर इलाके का रहने वाला सुमित भी नौकरी करता था। दोनों की जान पहचान हुई, जो धीरे-धीरे दोस्ती में बदल गई।
मुस्लिम लड़की की दिलचस्प कहानी
गुलबसा ने बताया कि जब उन्होंने सुमित का नाम अपने परिवार से लिया, तो उनके घरवाले इस रिश्ते के खिलाफ हो गए, क्योंकि यह रिश्ते मजहब के कारण बहुत विवादास्पद हो गया था। गुलबसा और सुमित के रिश्ते को लेकर परिवार में तनाव बढ़ गया। इसके बाद गुलबसा ने सुमित से बातचीत की और दोनों ने मिलकर घर छोड़ दिया।
मुस्लिम लड़की ने हिंदू लड़के से शादी का उठाया साहसिक कदम
गुलबसा और सुमित बरेली पहुंचे, जहां उन्होंने एक मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज से शादी कर ली। शादी के दौरान गुलबसा का शुद्धिकरण भी किया गया, और फिर भगवान को साक्षी मानकर दोनों ने एक-दूसरे को अपना जीवनसाथी स्वीकार किया। गुलबसा और सुमित की शादी का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दोनों का प्यार और साहस साफ दिख रहा है। यह शादी न केवल एक प्यार भरी कहानी है, बल्कि यह एक साहसिक कदम भी है, जिसमें गुलबसा ने अपने परिवार के खिलाफ जाकर अपने दिल की सुनी और अपनी पसंद के जीवनसाथी के साथ अपना भविष्य चुन लिया।