Edited By Prashant Tiwari,Updated: 15 Feb, 2023 03:47 PM

जौनपुर (जावेद अहमद) : उत्तर प्रदेश के योगी सरकार में मत्स्य विभाग के कैबिनेट मंत्री व निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद आज एक दिवसीय दौरे पर जौनपुर पहुंचे। जहां उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा आयोजित अपने सम्मान समारोह में हिस्सा लिया।
जौनपुर (जावेद अहमद) : उत्तर प्रदेश के योगी सरकार में मत्स्य विभाग के कैबिनेट मंत्री व निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद आज एक दिवसीय दौरे पर जौनपुर पहुंचे। जहां उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा आयोजित अपने सम्मान समारोह में हिस्सा लिया। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य से लेकर जातिगत जनगणना और कानपुर देहात में घटी घटना तक पर अपना पक्ष रखा। इस दौरान उन्होंने सबसे ज्यादा जोर जातिगत जनगणना को लेकर दिया।
जातिगत जनगणना का समर्थन करता हूं
अपने सम्मान समारोह में शामिल होने के बाद उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वह जातिगत जनगणना caste census का पूरी तरह समर्थन करते है लेकिन यह गणना नियम पूर्वक होना चाहिए न कि किसी दुराग्रह से भर कर। देश भर में अनुसूचित जनजातियों की गणना भारत के राष्ट्रपति के आदेश पर 1961 से हो रहा है। जिसमें अनुसूचित जातियों को वर्ग में बांट कर गिनती होती आई है लेकिन अब वक्त आ गया है कि देश में अब जातिगत जनगणना हो जानी चाहिए। जिससे समाज के सभी जातियों के लोगों को सही प्रतिनिधित्व मिल सकें। जातिगत जनगणना को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार गंभीर है और इस पर काम कर रही है। जल्द ही लोगों की सही गिनती नियमपूर्वक होगा।
ओमप्रकाश राजभर पर साधा निशाना
संजय निषाद से जब पत्रकारों ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के NDA में वापसी करने को लेकर सवाल किया गया तो कहा कि उनकी बात पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। वो सुबह कभी किसी के यहां चाय पिते है, तो नाश्ता कहीं और तो दोपहर का लंच कहीं और करते है। जब उनका मन करता है तो 2017 में साथ आ गए और फिर 2019 से पहले चले गए और जब वहां भी दाल नहीं गला और कोई फायदा नहीं हुआ तो वापस हमारे साथ आने की बात कर रहे हैं।

स्वामी प्रसाद मौर्य जैसे लोग से सपा खत्म हो जाएगी
स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरितमानस को लेकर दिए गए विवादित बयान पर निशाना साधते हुए उन्हें इशारों इशारों में मौर्य को अधर्मी तक कह दिया। उन्होंने कहा कि भगवान राम ने तो मलाह समुदाय से आने वाले निषाद राज गुह को बराबरी का दर्जा दिया और गले लगाया। हमारे समाज के लोगों ने हमेशा रामचरितमानस का सम्मान किया है और करेंगे। जो लोग इसका अपमान कर रहे है उनका कोई अस्तित्व नहीं है। वह उत्तर प्रदेश में कई बार मंत्री रहे उस समय उनको यह याद नहीं आया 2019 में बेटी को BJP से सांसद बनाया और 2022 में जब लगा कि वो जीत नहीं पाएंगे तो SP में चले गए लेकिन उनके साथ क्या हुआ ये सब जानते है इसलिए वह अपनी हार नहीं पचा पा रहे है और ऐसे उल जलूल बयान दे रहे हैं। अगर स्वामी प्रसाद मौर्य जैसे दो चार लोग सपा में आ जाए तो अखिलेश यादव की पार्टी अपने आप खत्म हो जाएगी।

कानपुर देहात की घटना पर विपक्ष राजनीति कर रहा
कानपुर देहात में अतिक्रमण हटाने के दौरान मां बेटी के मौत की घटना पर संजय निषाद ने दुख जताते हुए कहा कि कानपुर में जो घटना घटा है। वह बहुत ही दुखद है सरकार इस घटना को लेकर बहुत गंभीर है और जल्द ही दोषियों पर कार्रवाई भी करेगी। विपक्ष इस मामले पर बेवजह की राजनीति कर रहा है, जो कि नहीं करनी चाहिए।