Edited By Ajay kumar,Updated: 30 May, 2019 05:31 PM
यूपी बीएड प्रवेश परीक्षा में गोरखपुर के रहने वाले दिव्यांग अरुण कुमार चौरसिया ने प्रदेश में द्वितीय स्थान हासिल कर जिले का नाम रोशन किया है।
गोरखपुर: यूपी बीएड प्रवेश परीक्षा में गोरखपुर के रहने वाले दिव्यांग अरुण कुमार चौरसिया ने प्रदेश में द्वितीय स्थान हासिल कर जिले का नाम रोशन किया है। अरुण को भले की यूपी रैकिंग में द्वितीय स्थान मिला हो लेकिन उन्होंने दिव्यांग कटेगरी वर्ग रेंक में प्रथम स्थान हासिल कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। कहावत है ‘‘आग की भट्टी में सोना जितना तपता है उतना ही निखर कर सामने आता है।’’ अरुण ने इस कहावत को सही मायने में अपने ऊपर चरितार्थ किया है। अरुण ने अपनी मेहनत के दम पर ये बता दिया है कि विषम परिस्थितियों में भी मेहनत के दम पर कुछ भी हासिल किया जा सकता है।
बता दें कि अरुण ने हाई स्कूल राजकीय स्पर्श इंटर कॉलेज लाल दिग्गी गोरखपुर से और स्नातक बीएचयू वाराणसी से किया। यह गोरखपुर डायट के प्रशिक्षु रहे हैं। बीएड प्रवेश परीक्षा 2019 में प्रदेश स्तर पर द्वितीय स्थान तथा वर्ग रेंक में प्रथम स्थान प्राप्त कर जिले और क्षेत्र का नाम रोशन किया। दृष्टिबाधित दिव्यांगकता को भी कठिन मेहनत और लगन के दम पर पीछे धकेलते हुये यह मुकाम हासिल किया है। डायट गोरखपुर 2015 बैच बीटीसी भी किया है। वर्तमान में बीएचयू वाराणसी से परास्नातक की शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं अरुण ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिजनों और मित्रों को दिया है।
अच्छे मुकाम के लिए अभी और करूंगा मेहनत: अरुण
अरुण ने अपनी पूरी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को दिया और कहा अभी और मेहनत करूंगा ताकि अच्छी मुकाम हासिल कर सकूं।
इस बार साढ़े पांच लाख अभ्यर्थियों ने दी परीक्षा
उन्होंने बताया, च्बीएड की प्रवेश परीक्षा में इस बार रेकॉर्ड 6,09,209 अभ्यर्थी पंजीकृत हुए थे। इसमें 5,66,400 ने परीक्षा दी थी। पिछले कई सालों में बीएड की परीक्षा में अभ्यर्थियों की यह रेकॉर्ड संख्या है। प्रदेश में बीएड की सीटें सवा दो लाख के आस-पास हैं। इस स्थिति में इस बार प्रवेश को लेकर मारामारी रहेगी।' बीएड परीक्षा में प्रथम रैंक पाने वाले विनोद कुमार दुबे भदोही जिले के संतरविदास नगर में दशरथपुर गांव के रहने वाले हैं। वह स्नातक और परास्नातक (प्राचीन इतिहास) इलाहाबाद विश्वविद्यालय से प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हैं।