Edited By Umakant yadav,Updated: 26 Jul, 2021 04:01 PM

उत्तर प्रदेश में गोण्डा जिले के सदर तहसील क्षेत्र के विकासखंड इटियाथोक और रुपईडीह में बह रही बिसुही नदी में घाघरा व मनवर नदियों के बढ़े जलस्तर से उल्टा प्रवाह के कारण नहर में तेज बहाव से तटवर्ती सोलह गांव जल मग्न हो गए। जिलाधिकारी माकर्ण्डेय शाही ने...
गोंडा: उत्तर प्रदेश में गोण्डा जिले के सदर तहसील क्षेत्र के विकासखंड इटियाथोक और रुपईडीह में बह रही बिसुही नदी में घाघरा व मनवर नदियों के बढ़े जलस्तर से उल्टा प्रवाह के कारण नहर में तेज बहाव से तटवर्ती सोलह गांव जल मग्न हो गए।
जिलाधिकारी माकर्ण्डेय शाही ने सोमवार को बताया कि कुआनो और मनवर नदी का जलस्तर बढ़ने और बिसुही नदी में केचमेंट का पानी आ जाने के कारण नदी में उल्टा प्रवाह चालू हो गया जिसके कारण नदी का पानी कई गांव में घुस गया। उन्होंने बताया कि ब्लॉक इटियाथोक के पारा सराय, निरमापुर के मजरा अहिरन पुरवा, तेलियानी कानूनगो, हरैया झूमन में आंशिक जलमग्न की स्थिति उत्पन्न हुई है।
इसी प्रकार विकासखंड रुपईडीह के मजरा अनंतपुर, असिधा, राजा जोत भुडकुड़ी, भुलईडीह और परसपुर मजरे प्रभावित हुए हैं। पिछली 22 जुलाई से नहर बंद थी। 20 वर्ष बाद पहली बार ऐसा हो रहा है कि नदी का पानी स्वत: उल्टा नहर में आ रहा है। ऐसा इसलिए है कि घाघरा, कुआनो और मनवर नदी का जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है और पानी डिस्चार्ज नही हो पाने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। उन्होंने बताया कि प्रभावित गांवों मे राहत व बचाव कार्य जारी है।