Edited By Pooja Gill,Updated: 06 Aug, 2024 01:06 PM
Sawan 2024: भगवान शिव के प्रिय सावन महीने का कल तीसरा सोमवार था। इस दिन भोले बाबा को प्रसन्न करने के लिए भक्तों ने महादेव की पूजा की और उन्हें भांग, धतूरा, दूध, घी, पंचगव्य, पंचामृत, बेलपत्र, फूल, दही, चंदन...
Sawan 2024: भगवान शिव के प्रिय सावन महीने का कल तीसरा सोमवार था। इस दिन भोले बाबा को प्रसन्न करने के लिए भक्तों ने महादेव की पूजा की और उन्हें भांग, धतूरा, दूध, घी, पंचगव्य, पंचामृत, बेलपत्र, फूल, दही, चंदन, इत्र आदिअर्पित करके गंगा जल से अभिषेक किया। श्री काशी विश्वनाथ धाम में भी भक्तों का जनसैलाब उमड़ गया। पूरा धाम हर-हर महादेव के जयकारों से गूंज रहा था। तीसरे सोमवार यहां पर 3.06 लाख भक्तों ने जलाभिषेक किया।
रात से ही कतार में लग गए थे बाबा के भक्त
बता दें कि सोमवार को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा विश्वनाथ के जलाभिषेक के लिए आधी रात से ही कांवड़ियों की कतार लग गई थी। पूर्वांचल समेत आसपास के जिलों से आए कावड़िया गंगा स्नान के बाद जल लेकर कतारबद्ध हो रहे थे। रात 12 बजे के बाद गेट नंबर चार से एक कतार गोदौलिया के आगे तो दूसरी ओर की कतार चौक थाने के आगे लग चुकी थी। भोर में मंगला आरती से पहले ही कतार गंगा तट तक पहुंच गई। मंगला आरती के बाद जैसे ही मंदिर के कपाट खुले तो पूरा धाम बोल बम का नारा है बाबा एक सहारा है से गूंज उठा। भक्तों ने बड़े उत्साह के साथ बाबा का दर्शन किया।
महादेव को सर्पित है सावन महीना
यह सावन का पवित्र महीना है। वैसे तो पूरा सावन माह भोलेनाथ की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित होता है लेकिन शास्त्रों में सावन के सोमवार का बड़ा महत्व बताया गया है। सोमवार को व्रत रखने और भगवान शिव के साथ माता गौरी कीविधि-विधान से पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। सोमवार को महादेव की नगरी काशी के सभी शिवालयों में बाबा को दुग्धाभिषेक करने और जलधार चढ़ाने के लिए भक्तों की भीड़ रही। इस बार कांवड़ियों की संख्या पिछले दो सोमवार से ज्यादा रही। सुबह छह बजे तक 38 हजार से ज्यादा भक्तों ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन कर लिए थे। रात होते-होते यहां पर 3.06 लाख भक्तों ने जलाभिषेक कर बाबा का आशीर्वाद लिया।