Edited By Anil Kapoor,Updated: 21 Dec, 2025 12:18 PM

Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से एक चौंकाने वाला ठगी का मामला सामने आया है। जहां कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष पवन गुप्ता को हर महीने 25 हजार रुपये मुनाफे का लालच देकर 10 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। आरोप है कि यह ठगी फूलबाग स्थित एक मेडिकल...
Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से एक चौंकाने वाला ठगी का मामला सामने आया है। जहां कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष पवन गुप्ता को हर महीने 25 हजार रुपये मुनाफे का लालच देकर 10 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। आरोप है कि यह ठगी फूलबाग स्थित एक मेडिकल स्टोर संचालक ने अपने परिजनों के साथ मिलकर की। मामले के सामने आते ही मुख्य आरोपी फरार हो गया। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
निवेश का झांसा और 10 लाख की ठगी
मिली जानकारी के मुताबिक, कैंट क्षेत्र निवासी पवन गुप्ता ने बताया कि काकादेव के नवीन नगर में रहने वाले हिमांशु पेशवानी का फूलबाग में 'राहत मेडिकल स्टोर' है। दवाइयां लेने के दौरान उनका हिमांशु और उसके पिता महेश पेशवानी से अच्छा परिचय हो गया था। इसी दौरान हिमांशु ने उन्हें एक दवा कंपनी में निवेश करने का प्रस्ताव दिया और दावा किया कि निवेश करने पर हर महीने 25 हजार रुपये का मुनाफा मिलेगा। हिमांशु की बातों पर भरोसा करके पवन गुप्ता ने 15 फरवरी को 10 लाख रुपये का चेक उसे दे दिया। कुछ समय तक सब ठीक चलता रहा, लेकिन बाद में जब पवन गुप्ता ने अपने पैसे वापस मांगने शुरू किए तो हिमांशु टालमटोल करने लगा।
पैसे वापस मांगने पर बदसलूकी
बीते 10 अक्टूबर को जब पवन गुप्ता उससे दुकान पर मिलने पहुंचे, तो हिमांशु ने उनके साथ बदसलूकी की और हाथापाई पर उतारू हो गया। इसके बाद नवंबर में जब उन्होंने फोन किया तो उसका मोबाइल स्विच ऑफ आने लगा। जानकारी करने पर पता चला कि हिमांशु घर छोड़कर फरार हो चुका है।
फरार हिमांशु और परिवार की धमकियां
इसके बाद पवन गुप्ता ने दुकान पर मौजूद हिमांशु के पिता महेश पेशवानी से बात की, लेकिन उन्होंने भी गाली-गलौच की और धमकी देने लगे। आरोप है कि हिमांशु ने पवन गुप्ता के अलावा आजाद नगर निवासी आशु गर्ग और हरबंशमोहाल के रोजनिल पांडेय से भी करीब 76 लाख रुपये की ठगी की है।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, फरार आरोपियों की तलाश जारी
पीड़ित पवन गुप्ता ने संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था आशुतोष कुमार से इस मामले की शिकायत की। उनके निर्देश पर फीलखाना थाने में हिमांशु पेशवानी, उसकी पत्नी निकिता और पिता महेश पेशवानी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगा दिए हैं और फरार आरोपियों की तलाश जारी है।