मथुरा: हिंदू महासभा ने शाही ईदगाह में होली खेलने की मांगी अनुमति, कहा- भाजपा सरकार में नहीं मिलेगी तो कब मिलेगी?

Edited By Ajay kumar,Updated: 03 Mar, 2023 08:20 PM

mathura hindu mahasabha seeks permission to play holi at shahi idgah

शाही ईदगाह और श्रीकृष्ण जन्मभूमि के विवाद में नया मोड़ आया है। हिंदू महासभा ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंप शाही ईदगाह में होली खेलने की अनुमित मांगी है।

मथुरा: शाही ईदगाह और श्रीकृष्ण जन्मभूमि के विवाद में नया मोड़ आया है। हिंदू महासभा ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंप शाही ईदगाह में होली खेलने की अनुमित मांगी है। हिंदू महासभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश शर्मा ने बताया कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर को तोड़कर औरंगजेब ने शाही ईदगाह के रूप में बनाया था। कान्हा का असली गर्भ गृह ईदगाह परिसर के नीचे है, इसलिए कान्हा के जन्म स्थान (असली गर्भ गृह) में होली खेलने का उनके भक्तों को पूरा अधिकार है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा है। उन्होंने कहा कि अब योगी सरकार है और गुलाल लगाने की अनुमति मिलनी चाहिए।
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भाजपा सरकार में अनुमति नहीं मिलेगी तो कब मिलेगी: संदीप शर्मा
जिला अध्यक्ष संदीप शर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार में अनुमति नहीं मिलेगी तो कब मिलेगी। युवा जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा ने कहा कि अब हिंदू जाग गया है, होली मूल गर्भ गृह में ही होगी। जिला प्रभारी राजवीर दीक्षित ने कहा कि तीन मार्च से आठ मार्च तक कभी भी होली खेलने की अनुमति प्रशासन दे सकता है। इस मौके पर प्रदेश मीडिया प्रभारी मनीषा ठाकुर, जिला कार्यकारी अध्यक्ष सुनील महोली, सोनू कौशिक, प्रदीप चौहान, घनश्याम शर्मा, प्रकाश शर्मा, देवेंद्र पचौरी, राजेश पाठक, विजेंद्र सिंह, विक्रम मुद्गल वअरविंद प्रधान आदि मौजूद थे।

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क्या है श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद?
मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि को लेकर विवाद दशकों पुराना है। मथुरा का ये विवाद कुल 13.37 एकड़ जमीन पर मालिकाना हक से जुड़ा है। 12 अक्टूबर 1968 को श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान ने शाही मस्जिद ईदगाह ट्रस्ट के साथ समझौता किया था। इस समझौते में 13.7 एकड़ जमीन पर मंदिर और मस्जिद दोनों बनने की बात हुई थी। गौरतलब है कि श्रीकृष्ण जन्मस्थान के पास 10.9 एकड़ जमीन का मालिकाना हक है जबकि ढाई एकड़ जमीन का मालिकाना हक शाही ईदगाह मस्जिद के पास है। हिंदू पक्ष शाही ईदगाह मस्जिद को अवैध तरीके से कब्जा करके बनाया गया ढांचा बताता है और इस जमीन पर भी दावा किया है। हिंदू पक्ष की ओर से शाही ईदगाह मस्जिद को हटाने और ये जमीन भी श्रीकृष्ण जन्मस्थान को देने की मांग की गई है।

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