Edited By Ajay kumar,Updated: 07 Oct, 2019 11:44 AM
नवरात्र के आखिरी दिन शहर में गजब का धार्मिक उल्लास देखने को मिला है। कहीं भक्त देवी मैया के जयकारे लगा रहे थे तो कहीं हवन में आहूतियां डालकर सुख समृद्धि की कामना कर रहे थे। भक्तों द्वारा मंदिरों में आस्था का उमड़ रहा सैलाव देखने...
फर्रूखाबाद: नवरात्र के आखिरी दिन शहर में गजब का धार्मिक उल्लास देखने को मिला है। कहीं भक्त देवी मैया के जयकारे लगा रहे थे तो कहीं हवन में आहूतियां डालकर सुख समृद्धि की कामना कर रहे थे। भक्तों द्वारा मंदिरों में आस्था का उमड़ रहा सैलाव देखने लायक था। शारदीय नवरात्र में माता के भक्तों का मइया के प्रति अलग ही उत्साह देखने को मिला। इन नवरात्रों में माता के भक्तों ने व्रत रखकर मां का आवाह्न किया।
शहर के बढ़पुर स्थित मां शीतला देवी मंदिर, बीबीगंज स्थित गुरुगांव देवी मंदिर, फतेहगढ़ स्थित गमादेवी मंदिर, काली मंदिर, संतोषी मंदिर, खतराना के नवदुर्गा मंदिर, वैष्णो देवी मंदिर सहित सभी मंदिरों में माता के भक्त सुबह से ही जुटने शुरू हो गए थे। भक्तों ने मंदिर में पहुंचकर पूजन अर्चन कर माता को प्रसाद भी चढ़ाया। इस दौरान मंदिरों में महिला व पुरुष भक्त ही नहीं बच्चे भी मैया की आराधना को पहुंचे।
मां को मंगला देवी भी कहते: कैलाश चन्द्र (पुजारी)
नवरात्र में महाभारत कालीन से स्थित गुरुगांव देवी मंदिर में भक्तों की बिशाल रूपी भीड़ उमड़ रही थी। मान्यता है कि पांडवों के अज्ञातवास के दौरान गुरु द्रोणाचार्य ने इस इलाके में प्रवास कर मां की प्रतिमा स्थापित की थी। इसीलिए प्रतिमा का नाम गुरु ग्रामेश्वरी देवी पड़ा। प्रतिमा मंगलवार को स्थापित हुई थी इसलिए मां को मंगला देवी भी कहते हैं। यह सिद्धपीठ होते हुए भी ऐसा सच्चा दरबार है जहां मां अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी करती हैं। गुरुगांव देवी मंदिर में दोनों नवरात्रों में विशाल मेला भी लगता है।