Edited By Ramkesh,Updated: 28 Jul, 2020 08:09 PM
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में गंडक नदी का जलस्तर मंगलवार को बढ़कर खतरे के निशान से 37 सेंटीमीटर ऊपर चला गया है।
कुशीनगर: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में गंडक नदी का जलस्तर मंगलवार को बढ़कर खतरे के निशान से 37 सेंटीमीटर ऊपर चला गया है। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यहां बताया कि गंडक नदी का जलस्तर मंगलवार को बढ़कर खतरे के निशान से 37 सेंटीमीटर ऊपर चला गया है। बाढ़ प्रभावित लोगों की मुश्किलें बरकरार हैं। निचले इलाकों में पानी भरा होने से लोगों को अब भी आवागमन, भोजन व पानी संबंधी दिक्कतों से जूझना पड़ रहा है। सोमवार दोपहर में नदी का डिस्चार्ज कम होने लगा था। रात में बहाव डेढ़ लाख क्यूसेक तक आ गया था।
बता दें कि सोमवार सुबह फिर डिस्चार्ज दो लाख क्यूसेक से ऊपर हो गया। दोपहर दो बजे 218000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था। उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित जंत्री, नंदू, मुंशी, बिकाऊ, जवाहिर भगत, लालू, नरेश, महंथ आदि ने बताया कि सोमवार की रात में पानी गांव से निकल गया था लेकिन दोपहर में पुन: निचले हिस्सों का जलस्तर बढऩे लगा। मरचहवा-बसंतपुर व बसंतपुर-सोहगीबरवा मार्ग पर अब भी पानी भरा है। टूटी सड़कों की वजह से आना-जाना मुश्किल है। पशुओं के चारा की समस्या बनी हुई है।