Edited By Purnima Singh,Updated: 01 Jun, 2025 02:27 PM

उत्तर प्रदेश के बरेली में भाजपा नेता की फाइनेंस कंपनी पर 100 करोड़ रुपये ठगने का आरोप लगा है। करीब एक साल से 15 हजार निवेशकों का सौ करोड़ रुपये का भुगतान कंपनी पर बकाया है .....
बरेली : उत्तर प्रदेश के बरेली में भाजपा नेता की फाइनेंस कंपनी पर 100 करोड़ रुपये ठगने का आरोप लगा है। करीब एक साल से 15 हजार निवेशकों का सौ करोड़ रुपये का भुगतान कंपनी पर बकाया है। शुक्रवार को कंपनी के बंद होने की खबर फैलते ही निवेशकों ने हंगामा शुरू कर दिया। महिलाएं फूट-फूटकर रोने लगीं। महिलाओं ने बताया कि किसी ने घर बेचकर रकम जमा की तो किसी ने जेवर, लेकिन कंपनी अब पैसा वापस नहीं दे रही है।
कंपनी का निदेशक भाजपा का महानगर मंत्री
बता दें कि बदायूं के सदर कोतवाली क्षेत्र में मीरा सराय शेखूपुर रोड पर अमर ज्योति यूनिवर्स निधि लिमिटेड नाम की फाइनेंस कंपनी का कार्यालय है। वहीं कंपनी के निदेशक सूर्यकांत मौर्य का आवास बरेली में है। सूर्यकांत मौर्य भाजपा के महानगर मंत्री हैं।
15 हजार निवेशकों का पैसा ले उड़ी कंपनी
कंपनी करीब 30 सालों से अभिकर्ताओं के जरिये आरडी और एफडी पर बैंकों के मुकाबले अधिक लाभ का झांसा देकर लोगों से निवेश करा रही है। वहीं पिछले करीब एक साल से 15 हजार निवेशकों के सौ करोड़ रुपये कंपनी पर बकाया हैं। पैसे देने की बात करने पर जिम्मेदार टालमटोल करते रहे। अब अचानक रातोंरात कंपनी का मालिक ऑफिस खाली कर गायब हो गया है। शुक्रवार को जैसे ही कंपनी के भागने की खबर फैली। निवेशकों और अभिकर्ताओं ने बदायूं स्थित कंपनी के दफ्तर और निदेशक के बरेली स्थित आवास पर हंगामा शुरू कर दिया।
200 निवेशकों ने घर का घेराव कर नारेबाजी की
शुक्रवार को दफ्तर का एसी उतारा जा रहा था। तभी करीब 200 निवेशक मौके पर पहुंच गए। जिसमें अधिकांश महिलाएं थीं। सभी निवेशकों ने भुगतान की मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए जमकर हंगामा किया। बाद में निवेशकों ने बरेली पहुंचकर सिंधुनगर कॉलोनी के सामने स्थित अमर ज्योति कंपनी के निदेशक शशिकांत मौर्य और उसके भाई सूर्यकांत मौर्य के घर का घेराव कर नारेबाजी की।
घेराव के दौरान घर से बाहर नहीं निकले दोनों भाई
यहां समझाने पहुंची पुलिस से उनकी नोकझोंक भी हुई। पुलिसकर्मियों ने निवेशकों को बदायूं जाकर रिपोर्ट लिखवाने की सलाह दी। कंपनी का निदेशक शशिकांत मौर्य व उसका भाई भाजपा नेता सूर्यकांत मौर्य घेराव के दौरान घर से बाहर नहीं निकले। दरवाजे पर सुरक्षा के लिहाज से तैनात पुलिसकर्मियों ने बताया कि दोनों घर में हैं ही नहीं, केवल परिवार की महिलाएं हैं।
सोशल मीडिया पर मैसेज डालकर शशिकांत ने सफाई दी
वहीं शाम को सोशल मीडिया पर मैसेज डालकर शशिकांत ने सफाई दी। लिखा कि उसकी मंशा गलत नहीं है, लेकिन जब मामला कोर्ट में पहुंच गया है तो अब वह कोर्ट के आदेश पर ही कुछ करेगा। बरेली के एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि बदायूं में फाइनेंस कंपनी बंद करके निवेशकों के साथ धोखाधड़ी के मामले में बरेली में कुछ लोगों ने प्रदर्शन किया, पर उनकी तरफ से कोई तहरीर नहीं दी गई है। तहरीर मिलने पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी।