Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 28 Apr, 2021 11:55 AM
भय का पर्याय बन चुके खतरनाक कोरोना वायरस का संक्रमण उत्तर प्रदेश में तेजी से बढ़ता जा रहा है। ऐसे में इसके उफान को लेकर तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही है
वाराणसीः भय का पर्याय बन चुके खतरनाक कोरोना वायरस का संक्रमण उत्तर प्रदेश में तेजी से बढ़ता जा रहा है। ऐसे में इसके उफान को लेकर तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही है कि ये कब पीक पर होगा आदि। इसी बीच कोरोना को लेकर काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे का दावा है कि 2-3 हफ्तों में कोरोना की रफ्तार पर ब्रेक लग जाएगी।
बता दें कि बीएचयू के जूलॉजी विभाग के प्रोफेसर का दावा है कि दो से तीन हफ़्तों में कोरोना की तेज रफ़्तार पर ब्रेक लगेगा और संक्रमण की चेन टूटेगी। साथ ही उन्होंने कहा है कि वाराणसी में रिकवरी रेट में भी ख़ासा सुधार देखने को मिल रहा है, यह एक अच्छी बात है।
प्रोफेसर ने बताया कि बनारस में संक्रमण की स्थिति देखी जाए तो दो तीन चीजें काफी हद तक साफ है कि जो रिकवरी रेट 15 अप्रैल को 20% के आसपास था, वह पिछले चार-पांच दिनों में 80% तक चला गया है। इस तरह से रिकवरी रेट में 4 गुने से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने आगे कहा कि अभी तक जितने वैक्सीनेशन हुए हैं, या इंफेक्शन हुए हैं और जो लोग एंटीबॉडी कैरीज भी कर रहे हैं, सभी को काउंट करें तो इन सभी को मिलाकर वाराणसी में लगभग 5 लाख से ऊपर पापुलेशन इस वायरस के अगेंस्ट इम्यूनिटी ले चुकी होगी। अगर इन आंकड़ों को माने तो लगभग तो 40 से 50 परसेंट लोग जब इनफेक्टेड होते हैं तो वायरस के संक्रमण दर घट जाएगी और वायरस की चेन भी टूट जाएगी।