Edited By Ramkesh,Updated: 12 May, 2025 07:59 PM

कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय राय ने जम्मू कश्मीर में विगत छह मई को सेना के काफिले में शामिल एक वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना में जान गंवाने वाले हवलदार सूरज सिंह यादव के गांव पहुंचकर उनके परिवार से मुलाकात की और शोक संवेदना...
इटावा: कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय राय ने जम्मू कश्मीर में विगत छह मई को सेना के काफिले में शामिल एक वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना में जान गंवाने वाले हवलदार सूरज सिंह यादव के गांव पहुंचकर उनके परिवार से मुलाकात की और शोक संवेदना व्यक्त की। राय चकरनगर तहसील स्थित हवलदार सूरज सिंह यादव के गांव प्रेम का पुरा पहुंचे और उनके परिजन से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की।
मृत जवान के चित्र पर पुष्प अर्पित करके उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद राय ने कहा कि दुख की इस घड़ी में कांग्रेस परिवार उनके साथ खड़ा है। पिछली छह मई को जम्मू-कश्मीर में सेना का एक वाहन खाई में गिर जाने से हवलदार सूरज सिंह यादव समेत पांच सैनिकों की मौत हो गई थी। यादव के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार पिछले शुक्रवार को उनके गांव में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया था।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने यहां संवाददाताओं से कहा कि पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान को करारा जवाब दिया जा रहा था और उसी बीच अचानक युद्ध विराम की घोषणा हैरान करने वाली है। उन्होंने कहा, "पूरा देश हैरान है कि अचानक संघर्षविराम क्यों हो गया, जब हमारी सेना आतंकवादियों और उनके मददगारों को सबक सिखाने का काम कर रही थी।
भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष चल रहा था तो अमेरिका को हस्तक्षेप करने का अधिकार किसने दिया? संघर्षविराम की जानकारी पहले अमेरिका के राष्ट्रपति ने क्यों दी?" उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देश को बताना चाहिए कि यह निर्णय क्यों लिया गया और इसमें अमेरिका को भूमिका निभाने की आवश्यकता क्यों पड़ी? कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, "पाकिस्तान को करारा जबाब देकर सबक सिखाने का यही समय था। भारतीय सेना की कार्रवाई में पूरा विपक्ष और पूरा देश सरकार के साथ खड़ा था, फिर भी ऐसे समय मे कार्रवाई ना करने के पीछे क्या मजबूरी थी, यह बात सरकार को स्पष्ट करना चाहिए।