Edited By Pooja Gill,Updated: 04 Sep, 2025 10:57 AM

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों की पिटाई का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री ओपी राजभर के एक विवादित...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों की पिटाई का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री ओपी राजभर के एक विवादित बयान ने परिषद के कार्यकर्ताओं का ग़ुस्सा भड़का दिया। दरअसल, ओम प्रकाश राजभर ने अपने बयान में एबीवीपी कार्यकर्ताओं को गुंडा करार दिया है। उनके इस बयान के खिलाफ बुधवार देर रात अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) कार्यकर्ताओं का गुस्सा भड़क उठा।
ओपी राजभर के घर के बाहर हंगामा
कार्यकर्ता एकजुट होकर रात करीब 9 बजे लखनऊ में मंत्री के आवास पर पहुंचकर नारेबाजी की। आरोप है कि इस दौरान बाहर से राजभर के आवास में पथराव भी हुआ। हंगामे को देखते हुए इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल बुलाया गया। कार्यकर्ता काफ़ी देर तक राजभर के आवास के बाहर नारेबाजी करते रहे। इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच तीखी नोंक-झोंक और हाथापाई भी हुई, जिसमें कई छात्रों को मामूली चोटें आईं हैं।
यह गुंडागर्दी हैः अरुण राजभर
एबीवीपी राष्ट्रीय मंत्री अंकित शुक्ल ने कहा कि कार्यकर्ताओं पर प्रदेश सरकार के मंत्री राजभर की संवेदनहीन टिप्पणी कड़ी निंदा के योग्य है। हमारी मांग है कि ओपी राजभर कार्यकर्ताओं और विद्यार्थियों से माफी मांगें और प्रदेश सरकार उनसे इस्तीफा ले। वहीं, मंत्री राजभर के पुत्र अरुण राजभर ने अपने बयान में कहा कि लखनऊ आवास पर कुछ अराजक तत्व पत्थर फेंक रहे हैं और ओम प्रकाश राजभर जी को गाली दे रहें हैं । उन्होंने कहा कि अतिपिछड़े वर्ग के नेता का साथ इस तरह का व्यवहार ठीक नहीं है। यह गुंडागर्दी है। प्रशासन ऐसे लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करे।