Edited By Ajay kumar,Updated: 30 May, 2019 01:26 PM
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा तोड़े जाने का सिलशिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक मामला शांत भी नहीं हो पाता है कि दूसरी घटनाएं सामने आ जाती हैं।
मऊ(उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा तोड़े जाने का सिलशिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक मामला शांत भी नहीं हो पाता है कि दूसरी घटनाएं सामने आ जाती हैं। अबतक इस तरह की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। सरकार ने चेतावनी दी है कि इस तरह की हरकत करने वाले तत्वों के खिलाफ शख्त कार्रवाई की जाएगी। लेकिन अभी तक वह अपने वादे पर खरी नहीं उतर पाई है। ऐसे में मूर्ति तोडऩे वाले शरारती तत्वों का मनोबल और बढ़ गया है।
ऐसा ही एक मामला प्रदेश के मऊ जिले के सरायेल्खन्सी थाना क्षेत्र के खालिसपुर मोड़ से सामने आया है। जहां बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा क्षतिग्रस्त होने से आक्रोशित दलित समुदाय के सैकड़ों लोगों ने जमकर बवाल किया और अज्ञात शरारती तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। लगभग तीन घंटे तक समर्थकों ने सड़क को जाम किया।
समर्थकों ने आरोप लगाया कि प्रशासन कि देख रेख में मूर्ति तोड़ी गई है, क्योंकि यहां पर दो होमगार्डो की हमेशा ड्यटी रहती है बावजूद इसके अराजकतत्वों ने मूर्ति तोड़कर फरार हो गये। ये कोई पहली घटना नहीं है बल्कि चार खालिसपुर मोड़ पर स्थित अम्बेडकर की मूर्ति को भी कुछ दिन पहले तोड़ दिया गया था। हमारी मांग है कि मूर्ति को सही कराया जाये और जो भी दोषी हैं उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
पुलिस के मुताबिक अधिकारियों की ओर से प्रतिमा की मरम्मत करवाई जाएगी तथा आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आश्वासन मिलने के बाद लोग शांत हुए। फिलहाल इलाके में तनाव को देखते हुए एहतियातन पीएसी तैनात की गयी है।