Edited By Umakant yadav,Updated: 13 Sep, 2021 05:06 PM
उत्तर प्रदेश में एनकाउंटर का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अपराधमुक्त प्रदेश बनाने के सपने को साकार करते हुए वाराणसी पुलिस ने मुठभेड़ में कुख्यात अपराधी दीपक वर्मा को ढेर कर दिया। इस पर 23 मुकदमे दर्ज थे जो कि...
वाराणसी: उत्तर प्रदेश में एनकाउंटर का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अपराधमुक्त प्रदेश बनाने के सपने को साकार करते हुए वाराणसी पुलिस ने मुठभेड़ में कुख्यात अपराधी दीपक वर्मा को ढेर कर दिया। इस पर 23 मुकदमे दर्ज थे जो कि वाराणसी पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुका था। बीते 15 दिनों में यूपी पुलिस 3 बड़े अपराधियों का एनकाउंटर कर चुकी है।
दरअसल, यह मामला वाराणसी के चौबेपुर इलाके का है जहां एक लाख का इनामी अपराधी दीपक वर्मा पुलिस के हत्थे चढ़ गया। यूपी एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार करने की कोशिश की लेकिन कुख्यात अपराधी ने फायरिंग करना शुरु कर दिया। पुलिस की तरफ से भी जवाबी कार्यवाही की गई जिसमें पुलिस की गोली लगने से गैंगस्टर दीपक की मौत हो गई।
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बता दें कि लक्शा थाना क्षेत्र के रामापुरा का रहने वाला दीपक वर्मा बेहद शातिर बदमाश था। वाराणसी, प्रयागराज सहित आसपास के इलाकों में भी इसके विरूद्ध हत्या लूट और रंगदारी के कई मुकदमे दर्ज थे। पुलिस ने इसे गैगस्टर में भी निरूद्ध किया था। रइस सिद्दीकी गैंग से जुड़े दीपक पर पहला मुकदमा 2008 में सिगरा थाने में चोरी का दर्ज हुआ था। इसके बाद 2011 से खुलकर अपराध जगत में कदम रखा दिया। जिसके बाद से ही वाराणसी पुलिस के लिए सिर दर्द बन चुका था। प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने की मुहिम में बीते 15 दिनों में यूपी पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। इस बीच पुलिस तीन कुख्यात अपराधियों का एनकाउंटर कर चुकी है।