Edited By Anil Kapoor,Updated: 24 Jul, 2023 02:43 PM
Unnao News: उत्तर प्रदेश में उन्नाव जिले के सफीपुर कोतवाली के प्रभारी अशोक कुमार वर्मा ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। पुलिस सूत्रों ने सोमवार को बताया कि बीती रात गश्त से लौटने के बाद एसएचओ ने अपने सरकारी आवास पर पहुंच कर फांसी लगा ली। हमराही...
Unnao News: उत्तर प्रदेश में उन्नाव जिले के सफीपुर कोतवाली के प्रभारी अशोक कुमार वर्मा ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। पुलिस सूत्रों ने सोमवार को बताया कि बीती रात गश्त से लौटने के बाद एसएचओ ने अपने सरकारी आवास पर पहुंच कर फांसी लगा ली। हमराही सिपाहियों की मानें तो गश्त से लौटने के बाद उन्होंने 12 बजे वापस हमराहियों को आने के लिए कहा था। घटना रात लगभग 11 बजे के की बताई जा रही है। घटना की जानकारी तब हुई जब थाने का सिपाही सरकारी आवास पहुंचा और अंदर से आवाज न मिलने पर अन्य स्टाफ को जानकारी दी। इसके बाद दरवाजा तोड़कर जब देखा गया तो वह फंदे से लटकते दिखाई दिए। आनन फानन उन्हें उतारकर सीएचसी ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा
मिली जानकारी के मुताबिक, एसएचओ के फांसी लगाने और मौत होने की सूचना मिलते ही एसपी एएसपी के साथ सीओ सिटी और सीओ सफीपुर भी मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल करने के बाद शव को पोस्टमाटर्म के लिए भेजा दिया गया। वर्ष 2012 बैच के आश्रित कोटे से दारोगा पद पर भर्ती हुए अशोक कुमार वर्मा मूलत: अमरोहा जिले के रहने वाले हैं। इसी जुलाई में उनका तबादला लखनऊ रेंज के खीरी से उन्नाव हुआ था जिसके बाद बीती 5 जुलाई को उन्हें सफीपुर कोतवाली प्रभारी पद की कमान सौंपी गई थी।
घटना को पारिवारिक कलह मान रहे पुलिस अधिकारी
आपको बता दें कि अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह ने कहा कि एसएचओ सफीपुर रात लगभग 11 बजे गश्त करके लौटे थे और 12 बजे दुबारा हमराहियों को बुलाया था। इसी बीच इनके परिवार से किसी का फोन आया था, जिससे लग रहा है उसी तनाव में इनके द्वारा सुसाइड कर लिया गया है। कारणों की जांच की जा रही है। सूत्रों के अनुसार एसपी सिद्धार्थ शंकर मीणा के साथ डॉग स्क्वायड और एसओजी टीम भी मौके पर पहुंची थी। जहां जांच के दौरान एसएचओ का मोबाइल जांच के लिए जब्त किया गया है। फोन पर अंतिम कॉल डिटेल उनके द्वारा पत्नी से बात करने की मिली है। पुलिस अधिकारी चर्चा में घटना को पारिवारिक कलह मान रहे हैं।