Edited By Anil Kapoor,Updated: 22 Dec, 2025 08:48 AM

Baghpat News: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर देशभर में करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले एक बड़े और संगठित गिरोह का खुलासा किया है। यह गिरोह ऑनलाइन पोर्टल जैसे naukri.com और OLX पर आकर्षक विज्ञापन डालकर बेरोजगार युवाओं को...
Baghpat News: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर देशभर में करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले एक बड़े और संगठित गिरोह का खुलासा किया है। यह गिरोह ऑनलाइन पोर्टल जैसे naukri.com और OLX पर आकर्षक विज्ञापन डालकर बेरोजगार युवाओं को अपने जाल में फंसाता था। जांच में पता चला कि गिरोह का नेटवर्क मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में फैला हुआ था, जबकि इसकी पूरी कॉलिंग और संचालन व्यवस्था नोएडा से चल रही थी।
फर्जी इंटरव्यू और ऑफर लेटर से ठगी
पुलिस के अनुसार, आरोपी नौकरी दिलाने के नाम पर अभ्यर्थियों से संपर्क करते थे और उन्हें फर्जी इंटरव्यू प्रक्रिया से गुजरवाते थे। इंटरव्यू के बाद चयन का झांसा देकर पीड़ितों को फर्जी ऑफर लेटर और एग्रीमेंट पेपर भेजे जाते थे। इसके बाद रजिस्ट्रेशन फीस, सिक्योरिटी डिपॉजिट और अन्य चार्ज के नाम पर उनसे पैसे वसूले जाते थे। भरोसा बढ़ाने के लिए आरोपी खुद को नामी कंपनियों का प्रतिनिधि बताकर बातचीत करते थे।
हजारों मोबाइल नंबरों का डाटा बरामद
जांच के दौरान पुलिस ने आरोपियों के पास से लगभग 10 हजार मोबाइल नंबरों का डाटा बरामद किया है। इसमें से कई नंबर पहले से ठगी में इस्तेमाल हो चुके हैं, जबकि कई नंबर ऐसे थे जिनसे भविष्य में निशाना बनाने की योजना थी। इसके अलावा 6,450 मोबाइल नंबरों से ठगी की रकम का लेन-देन भी पाया गया। पुलिस इन सभी नंबरों की गहन जांच कर रही है ताकि ठगी की कुल रकम और पीड़ितों की संख्या का पता लगाया जा सके।
सात आरोपी गिरफ्तार, दो महिलाएं भी शामिल
एसपी बागपत सूरज राय ने बताया कि पुलिस को काफी समय से नौकरी के नाम पर ठगी की शिकायतें मिल रही थीं। सूचना के आधार पर एक विशेष टीम गठित की गई और तकनीकी साक्ष्यों के सहारे गिरोह की गतिविधियों पर नजर रखी गई। कार्रवाई के दौरान दो महिलाओं समेत सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
लैपटॉप, मोबाइल और फर्जी दस्तावेज बरामद
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लैपटॉप, मोबाइल फोन, क्रेडिट कार्ड, फर्जी दस्तावेज और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामग्री बरामद की है। इसके अलावा कुछ ऑडियो क्लिप भी मिली हैं, जिनमें आरोपी फर्जी इंटरव्यू प्रक्रिया पूरी करते हुए सुने जा सकते हैं। पुलिस का कहना है कि यह गिरोह पूरी तरह संगठित तरीके से काम कर रहा था और ठगी को पेशे के रूप में अंजाम दे रहा था।