Edited By Purnima Singh,Updated: 01 Aug, 2025 06:10 PM

आगरा पुलिस कमिश्नरेट में तैनात 4 दरोगा और 4 आरक्षियों को मिलाकर कुल 8 पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है। सेटिंगबाज चौकी इंचार्ज पर आरोप है कि उसने लूट की घटना का खुलासा करने के लिए आरोपियों को चौकी पर बुलाकर समझाया कि वे मुठभेड़ नहीं करेंगे .....
Agra News : आगरा पुलिस कमिश्नरेट में तैनात 4 दरोगा और 4 आरक्षियों को मिलाकर कुल 8 पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है। सेटिंगबाज चौकी इंचार्ज पर आरोप है कि उसने लूट की घटना का खुलासा करने के लिए आरोपियों को चौकी पर बुलाकर समझाया कि वे मुठभेड़ नहीं करेंगे। ऐसे ही गिरफ्तारी दिखा दी जाएगी। किसी के पैर में गोली नहीं लगेगी। जिसकी भनक पुलिस के वरिष्ठ अधिकरियों को लगने पर 8 पुलिसकर्मियों को गुरुवार शाम सस्पेंड कर दिया गया।
23 जुलाई की है घटना
थाना रकाबगंज क्षेत्र स्थित पुलिस कमिश्नर आवास के पास 23 जुलाई को मोबाइल लूट की वारदात हुई थी। सदर क्षेत्र के जंगजीत नगर निवासी राकेश मथुरिया साइकिल से घर की ओर आ रहे थे। इसी दौरान पुलिस कमिश्नर के आवास के आगे माल रोड मोड़ से पहले बाइक पर सवार 3 बदमाश राकेश की जेब से मोबाइल फोन लूटकर मौके से फरार हो गए।
फैज, साहिल और केशव ने घटना को दिया अंजाम
लुटेरों की शिकायत थाना रकाबगंज थाने में दर्ज कराई गई। जिसके बाद घटना के अगले दिन ही लुटेरों को गिरफ्तार किए जाने की जानकारी पुलिस की ओर से दी गई। इस घटना को सादाब उर्फ फैज, साहिल और केशव ने अंजाम दिया था। सादाब और केशव को अरेस्ट कर लिया और साहिल को फरार दर्शाया गया। साथ ही आरोपियों से लूटा हुआ मोबाइल और वारदात में उपयोग हुई बाइक की बरामदगी दिखाई गई।
सच सामने आने के बाद चला चाबुक
पुलिस के उच्चाधिकारियों का तर्क है कि अगर लुटेरे खुद ही पुलिस के पास पहुंच गए तो बिना किसी धमकी या सेटिंग के नहीं आ सकते थे। जांच में सच सामने आने के बाद चौकी प्रभारी बालूगंज अमित कुमार राणा, एसआई राहुल गिरी, एसआई अंकित, एसआई विनय धारा, मुख्य आरक्षी धर्मेंद्र कुमार, आलोक कुमार, कांस्टेबिल विकास यादव और मोहम्मद आमिर आलम को सस्पेंड कर दिया गया। यह एक्शन एडिशनल डीसीपी आदित्य कुमार ने गुरुवार को वायरलैस सेट पर मैसेज भेजकर लिया।