Edited By Anil Kapoor,Updated: 21 Apr, 2025 06:50 AM

Prayagraj News: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार पर अधिकारियों के तबादले और तैनाती में पक्षपात करने का रविवार को आरोप लगाया। सपा प्रमुख ने यहां पत्रकारों से कहा कि आगरा...
Prayagraj News: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार पर अधिकारियों के तबादले और तैनाती में पक्षपात करने का रविवार को आरोप लगाया। सपा प्रमुख ने यहां पत्रकारों से कहा कि आगरा में, पुलिस थानों में कुल 48 एसएचओ (थानेदार) तैनात हैं जिनमें पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) 15 हैं बाकी सब ‘सिंह भाई लोग' (ठाकुर समुदाय के लोग) हैं। वहीं, मैनपुरी में कुल 15 थानाध्यक्षों में पीडीए तीन और ‘सिंह भाई लोग' 10 हैं। इसी तरह, चित्रकूट में कुल 10 थानेदारों में पीडीए के 2 और ‘सिंह भाई लोग' पांच हैं। महोबा में 11 (थानाध्यक्षों) में, पीडीए के तीन और ‘सिंह भाई लोग' 6 हैं।
BJP पर 'बांटों और राज करो' की नीति अपनाने का लगाया आरोप
मिली जानकारी के मुताबिक, पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा सरकार पर ‘‘बांटों और राज करो'' की नीति का अनुसरण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह पार्टी कभी धर्म के नाम पर तो कभी जाति के नाम पर बांटने का काम करती रही है। पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा को लेकर उन्होंने दावा किया कि दंगा कराने के पीछे किसी का हाथ होता है तो वह भाजपा के लोगों का ही होता है।
'BJP नेताओं ने पैसों का लालच देकर कन्नौज में जानवर का मांस मंदिर में फेंकवाया'
उन्होंने कन्नौज की एक घटना का एक उदाहरण देते हुए कहा कि भाजपाइयों ने एक गरीब व्यक्ति को पकड़ा और उसे पैसों का लालच देकर जानवर का मांस एक मंदिर में फेंकने को कहा। वह व्यक्ति घबरा गया और उसने कहा कि यह काम नहीं कर सकता। फिर भाजपा के नेता उसके साथ गए और उससे मांस फिंकवाया, जिसके बाद वहां एक बड़ा दंगा हुआ। अखिलेश ने कहा कि जब हमने जांच कराई तो मामले में भाजपा के 17 नेता रासुका के तहत जेल गए। जहां भी इस तरह की घटना होती है, भाजपा के लोग ही लिप्त पाए जाते हैं।
अखिलेश यादव के बयानों पर नंदी का पलटवार
प्रदेश के मंत्री नंद गोपाल नंदी के बयानों को लेकर उन्होंने कहा कि उनकी भाषा तो मेरे प्रति इतनी खराब है कि वह कितनी भी डुबकी (गंगा में) लगा लें, उनके पाप नहीं धुलने वाले। उन्होंने सबसे ज्यादा डुबकी लगाई होगी। तत्कालीन मेयर (अभिलाषा गुप्ता) हमारी पार्टी में शामिल होना चाहती थीं। मैंने ही मना किया था कि वह पार्टी में ना आएं। यादव के बयान पर पलटवार करते हुए नंदी ने कहा कि जब आप (अखिलेश) घर में बैठकर डुबकियां गिन रहे थे तब मैं मां गंगा की कृपा पाकर धन्य हो रहा था। उन्होंने कहा कि सपा और माफिया दोनों का चोली-दामन का साथ, समय के माथे पर लिखी एक अमिट ईबारत है। ऐसे में सपा की चौखट खटखटाने की बात ना केवल सफ़ेद झूठ है बल्कि एक नैतिक अपराध भी है। मंत्री नंदी ने कहा कि तथ्य से परे और हल्की बात करने की प्रतिस्पर्धा में अगर कोई ऑस्कर मिलता तो अखिलेश यादव को ही प्राप्त होता।
प्रदेश के मंत्री नंद गोपाल नंदी का सपा पर बड़ा आरोप
उन्होंने कहा कि आप माफियाओं के मसीहा और गुंडों के सरपरस्त हैं, यह बात प्रदेश के बच्चे-बच्चे को पता है। हमने सदैव समाजवादी पार्टी की अराजकता, गुंडई और मफियावाद का मुखर प्रतिवाद किया है और स्वयं उसके भुक्तभोगी रहे हैं। मंत्री ने कहा कि 12 जुलाई 2010 को हमारे ऊपर हुए प्राणघातक हमले में समाजवादी पार्टी के नेताओं की संलिप्तता एक प्रमाणित तथ्य है। सपा और माफिया दोनों का चोली-दामन का साथ, समय के माथे पर लिखी एक अमिट ईबारत है। अखिलेश जी, आपकी भाषा, व्यवहार, संस्कार ही हैं जिन्होंने आपको जनता के बीच अप्रासंगिक, अविश्वसनीय और हास्यास्पद बना दिया है।