Edited By Imran,Updated: 30 Oct, 2024 12:50 PM
उत्तर प्रदेश में 13 नवंबर को 9 सीटों पर उपचुनाव होने वाला है। इससे पहले प्रदेश में पोस्टर वार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। पोस्टर के जरिए कोई काटने, बांटने की बात कर रहा है तो कोई एकजुट होने के लिए।
Political Poster war: उत्तर प्रदेश में 13 नवंबर को 9 सीटों पर उपचुनाव होने वाला है। इससे पहले प्रदेश में पोस्टर वार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। पोस्टर के जरिए कोई काटने, बांटने की बात कर रहा है तो कोई एकजुट होने के लिए। हालांकि दोनों ही स्थिति में डराया जनता को ही जा रहा है। पहले 'कटोगे तो बंटोगे' भाजपा के तरफ से स्लोगन लाया गया अब सपा पोस्टर के जरिए संदेश दे रही है कि 'न बंटेंगे न ही कटेंगे'।
दरअसल, लखनऊ पार्टी कार्यालय के बाहर सपा नेता अमित चौबे की तरफ से पोस्टर लगाया गया है, जिसमें अखिलेश यादव को प्रदेश में एक ताकतवर नेता और सत्ताईश के सत्ताधीश की उपाधि दी गई है। साथ ही पोस्टर पर स्लोग के तौर पर लिखा गया है कि न 'बंटेंगे न कटेंगे, PDA के संग रहेंगे'।
सीएम योगी ने की शुरूआत
बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ के द्वारा हरियाणा उपचुनाव के दौरान इस स्लोगन का उपयोग किया गया था। एक भारी जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि 'बंटोगे तो कटोगे...एक रहोगे तो नेक रहोगे' इस नारे के बाद देश-प्रदेश में तो विपक्ष के द्वारा जमकर प्रतिक्रिया दी गई लेकिन जो परिणाम मिला उससे भाजपा गदगद हो गई।
अन्य प्रदेशों में इस नारे का परिक्षण
हरियाणा इस नारे का सफल परिक्षण करने के बाद भाजपा इसका प्रयोग अब महाराष्ट्र के साथ झारखंड के विधानसभा चुनाव करने जा रही है। क्योंकि सीएम योगी की तस्वीर के साथ यह नारा अब वहां की सड़कों पर दिखाई दे रहा है। इतना ही नहीं इस नारे का समर्थन RSS के द्वारा भी किया जा चुका है।