Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 17 Sep, 2020 08:54 AM
उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव 2020 की तिथि भले ही घोषित न हुई हो मगर इसकी तैयारी जोरों पर है। वहीं खबर है कि इस बार गांव की सरकार सिमट जाएगी। दरअसल
लखनऊः उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव 2020 की तिथि भले ही घोषित न हुई हो मगर इसकी तैयारी जोरों पर है। वहीं खबर है कि इस बार गांव की सरकार सिमट जाएगी। दरअसल इस बार 550 से ज्यादा ग्राम प्रधान के पद कम हो सकते हैं।
बता दें कि वर्ष 2015 में हुए पंचायत चुनाव के बाद राज्य में कोई नई ग्राम पंचायत गठित नहीं हुई बल्कि सैकड़ों पंचायतें पूर्णत: या आंशिक रूप से शहरी क्षेत्रों में जरूर शामिल कर ली गईं। ऐसे में इस बार ग्राम प्रधान के पद हो जाएंगे। इसके लिए पंचायतीराज विभाग नगर निगम या नगर पंचायत में पूर्णत: या आंशिक रूप से शामिल की गई ग्राम पंचायतों का ब्योरा तैयार कर रहा है।
वहीं राज्य निर्वाचन आयोग को पंचायतीराज विभाग से अभी तक मिली सूचना के अनुसार प्रदेश की 587 ग्राम पंचायतें पूर्ण रूप से और 680 पंचायतें आंशिक रूप से शहरी क्षेत्रों में शामिल की जा चुकी हैं। जो 680 ग्राम पंचायतें आंशिक रूप से शहरी क्षेत्र में शामिल हुई हैं, अगर उनकी आबादी एक हजार से कम हो गई है तो अब ऐसी पंचायतों के बाकी बचे वार्ड किसी अन्य पंचायत में शामिल किए जा सकते हैं।
राज्य निर्वाचन आयोग अपर निर्वाचन आयुक्त वेद प्रकाश वर्मा ने बताया कि कि जो पंचायतें पूरी तरह शहरी क्षेत्र में चली गई हैं वहां ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत सदस्य के पद खत्म हो गए हैं। जो पंचायतें आंशिक रूप से शहरी क्षेत्र में शामिल की गई हैं, उनके बारे में सरकार को निर्णय लेना है।