Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 23 Oct, 2019 02:07 PM

योगी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि विपक्ष द्वारा राष्ट्रीय क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) 2017 के अपराध आंकड़ें जनता के बीच तोड़-मरोड़ कर पेश किए जा रहे हैं। सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि विपक्ष, विशेष तौर पर प्रियंका गांधी वाड्रा और...
लखनऊः योगी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि विपक्ष द्वारा राष्ट्रीय क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) 2017 के अपराध आंकड़ें जनता के बीच तोड़-मरोड़ कर पेश किए जा रहे हैं। सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि विपक्ष, विशेष तौर पर प्रियंका गांधी वाड्रा और अखिलेश यादव बिना समुचित अध्ययन किए राजनैतिक रोटियां सेंकने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि एनसीआरबी के आंकड़ों को समझने के लिए जनसंख्या के आधार पर अनुपात निकाला जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन प्रदेशों कि जनसंख्या अधिक है, वहां पर अपराध भी अधिक घटित व पंजीकृत होते हैं। अपराध की स्थिति समझने के लिए क्राइम रेट एक अच्छा एवं विश्वसनीय संकेतक है।
सिंह ने कहा कि इस प्रकार क्राइम रेट ही अपराधों की सही स्थिति समझने के लिए वास्तविक संकेतक है. अपराध दर प्रदेश की प्रति लाख जनसंख्या के आधार पर निकाली जाती है. उन्होंने कहा कि योगी सरकार में महिलाओं की स्थिति काफी सुदृढ़ हुई है. वर्तमान समय में प्रदेश की महिलाएं स्वयं को पूर्व की अपेक्षा अधिक सुरक्षित महसूस कर रही है।
NCRB के मुताबिक, क्राइम रेट को प्रति एक लाख जनसंख्या के सापेक्ष अपराधों की संख्या के रूप में परिभाषित अपराध दर (क्राइम रेट) एक सार्वभौमिक वास्तविक संकेतक है। यह राज्य के आकार और जनसंख्या में वृद्धि के प्रभाव को संतुलित करता है अर्थात जिस प्रदेश में जनसंख्या अधिक होगी, वहां अपराध की संख्या भी अधिक होगी।