Edited By Ruby,Updated: 11 Jul, 2019 05:58 PM

लखनऊः अनुशासन एक ऐसा सिंद्धात है जो गरूर को चकनाचूर करने की हिम्मत रखता है। ऐसी ही दिलचस्प बानगी लखनऊ में देखने को मिली है। जहां खाकी के नशे में चूर थानेदार अमरनाथ वर्मा ने प्रधानाचार्य आरके सिंह
लखनऊः अनुशासन एक ऐसा सिंद्धात है जो गरूर को चकनाचूर करने की हिम्मत रखता है। ऐसी ही दिलचस्प बानगी लखनऊ में देखने को मिली है। जहां खाकी के नशे में चूर थानेदार अमरनाथ वर्मा ने प्रिंसिपल आरके सिंह तोमर से अभद्रता की। जिसके बाद गुरु और गुरूर के बीच हुए टकराव में आखिरकार जीत अनुशासन की हुई। कुछ ऐसा हुआ कि थानेदार को सार्वजनिक रूप से प्रिंसिपल से माफी मांगनी पड़ी।
मामला जिले के बीकेटी इंटर कॉलेज का है। यहां बख्शी तालाब कोतवाली के प्रभारी अमरनाथ वर्मा पुलिसकर्मियों के साथ बीकेटी इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल आरके सिंह तोमर के कार्यालय पहुंचे। उन्हें एक पर्ची देकर दो छात्रों का कक्षा 11 में प्रवेश करने का दबाव बनाया। कहा कि, जज साहब की सिफारिश है। प्रिंसिपल ने दो टूक जवाब देते हुए कहा कि, क्षमता से अधिक बच्चों का दाखिला कॉलेज में हो चुका है। प्रवेश प्रक्रिया बंद हो चुकी है।
आग बबूला हुए कोतवाल अमरनाथ अभद्रता पर उतर आए। शिक्षकों के सामने कोतवाल ने प्रिंसिपल को अपशब्द कहे और झूठे मुकदमें में फंसाने की धमकी दे डाली। अपमान से आहत प्रिंसिपल ने इसकी शिकायत डीएम, एसएसपी व डीआईओएस से की। एसएसपी ने कोतवाल को फटकार लगाई तो बुधवार को वो कॉलेज पहुंचे और प्रार्थना सभा में सार्वजनिक रूप से अपने कृत्यों पर माफी मांगी।