Edited By Anil Kapoor,Updated: 30 Nov, 2024 08:45 AM
Sambhal Violence: प्रदेश के संभल जिले में हिंसा के कई दिन बाद इंटरनेट सेवा शुक्रवार को बहाल कर दी गई। जिला सूचना अधिकारी बृजेश कुमार ने कहा कि संभल में शुक्रवार को शाम 4 बजे इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गईं।” जिले में शाही जामा मस्जिद और अन्य स्थानों...
Sambhal Violence: प्रदेश के संभल जिले में हिंसा के कई दिन बाद इंटरनेट सेवा शुक्रवार को बहाल कर दी गई। जिला सूचना अधिकारी बृजेश कुमार ने कहा कि संभल में शुक्रवार को शाम 4 बजे इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गईं।” जिले में शाही जामा मस्जिद और अन्य स्थानों पर जुमे की नमाज शांतिपूर्वक अदा किए जाने के कुछ घंटे बाद इंटरनेट बहाल करने का यह कदम उठाया गया। मुगलकालीन मस्जिद के सर्वेक्षण के बाद इस जिले में हिंसा हुई थी। नमाज से पूर्व जिले के अधिकारियों ने यहां के निवासियों से जामा मस्जिद में एकत्रित होने के बजाय आसपास की मस्जिदों में नमाज अदा करने की अपील की थी। इसके साथ ही स्थिति पर नजर रखने के लिए अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। अधिकारियों ने कहा कि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को टालने के लिहाज से निगरानी बढ़ाने के लिए ड्रोन की भी मदद ली गई।
संभल में बहुत ही शांति के साथ हुई नमाज: मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह
मुरादाबाद के मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि संभल में बहुत ही शांति के साथ नमाज हुई। उन्होंने दावा किया कि मंडल के सभी जिलों में जुमे की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से अदा की गई। उन्होंने कहा कि जामा मस्जिद में हमेशा की तरह शांति रही। हम लोग सबको विश्वास में लेकर कार्य कर रहे हैं और साथ ही विश्वास बहाली कर रहे हैं।'' संभल में अदालत के आदेश पर 19 नवंबर को जामा मस्जिद के पहली बार किए गए सर्वेक्षण के बाद से ही तनाव की स्थिति बनी हुई है। अदालत ने यह आदेश जिस याचिका पर दिया है उसमें दावा किया गया है कि जिस जगह पर जामा मस्जिद है वहां पहले कभी हरिहर मंदिर था।
24 नवंबर को मस्जिद का दोबारा सर्वेक्षण किए जाने के दौरान भड़क उठी थी हिंसा
बीते 24 नवंबर को मस्जिद का दोबारा सर्वेक्षण किए जाने के दौरान हिंसा भड़क उठी थी। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प में 4 लोगों की मौत हो गई थी तथा 25 अन्य घायल हुए थे। यहां की एक अदालत ने आज दिन में अधिवक्ता आयुक्त को मस्जिद पर सर्वेक्षण रिपोर्ट 10 दिन के भीतर सौंपने का निर्देश दिया और अगली सुनवाई की तिथि 8 जनवरी तय की। वहीं, उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को संभल की अदालत को इस मामले में सुनवाई अस्थायी रूप से रोकने का निर्देश दिया और उत्तर प्रदेश सरकार को हिंसाग्रस्त कस्बे में शांति एवं सौहार्द बनाए रखने का निर्देश दिया। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के इस जिले में हिंसा के बाद स्थिति सामान्य होने के साथ यहां के लोगों को उम्मीद है कि जल्द ही शांति एवं स्थिरता कायम होगी।
जामा मस्जिद के पास रहने वाले स्थानीय निवासी डॉ. शाने रब ने लोगों की सामूहिक भावना को व्यक्त करते हुए कहा कि हमारा संभल ऐसी घटनाओं से तंग आ चुका है। ये घटनाएं हमारे शहर पर एक दाग हैं और हर कोई शांति की राह पर लौटना चाहता है। मुझे विश्वास है कि जल्द ही शांति लौटेगी।'' स्थानीय शिक्षक विकास वर्मा ने भी यही बात दोहराते हुए कहा कि संभल के लोग इन घटनाओं से बहुत दुखी हैं। हम चाहते हैं कि शांति और सौहार्द कायम रहे।'' वर्मा ने कहा कि इस मुश्किल समय के बाद, हम सभी सद्भाव बहाल करने के लिए मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। जल्द ही, संभल फिर से प्रगति की राह पर लौट आएगा।
मस्जिद के आसपास लगाए गए हैं अतिरिक्त CCTV कैमरे
हिंसा के मद्देनजर संभल में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, खास तौर पर शाही जामा मस्जिद के आसपास, जहां कड़ी निगरानी में जुमे की नमाज अदा की गई। मस्जिद के आसपास अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और स्थिति पर नजर रखने तथा यह सुनिश्चित करने के लिए ड्रोन तैनात किए गए हैं कि कोई अप्रिय घटना न हो। किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए मस्जिद और प्रमुख मार्गों के आसपास पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।