Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 03 Sep, 2020 04:22 PM

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकारी विभागों की कार्य संस्कृति को बेहतर बनाने पर बल देते हुये कहा कि किसी भी दफ्तर में पत्रावलियों का निस्तारण एक सप्ताह के भीतर हो जाना चाहिये। योगी ने बुधवार को अनलाक व्यवस्था की समीक्षा बैठक में कहा...
लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकारी विभागों की कार्य संस्कृति को बेहतर बनाने पर बल देते हुये कहा कि किसी भी दफ्तर में पत्रावलियों का निस्तारण एक सप्ताह के भीतर हो जाना चाहिये। योगी ने बुधवार को अनलाक व्यवस्था की समीक्षा बैठक में कहा कि सरकारी कार्यालयों को समयबद्ध ढंग से ई-आफिस प्रणाली से जोड़ा जाए। निर्धारित प्रक्रिया के तहत सरकारी कार्यों में त्वरित निर्णय लिए जाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि विभागीय मुख्यालय समेत अधीनस्थ कार्यालयों में पत्रावलियां सात दिन से अधिक लम्बित न रहें। किसी पटल पर तीन दिन से अधिक पत्रावली लम्बित रहने पर सभी सम्बन्धित स्तरों पर जवाबदेही तय की जाए।
सरकारी कार्यालयों में कर्मियों की समय से एवं नियमित उपस्थिति सुनिश्चित किए जाने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्यवाही की नियमित समीक्षा की जाए। इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा कार्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण करते हुए प्रभावी पर्यवेक्षण किया जाए।
प्रदेश सरकार के विभागों एवं उपक्रमों में भर्ती परीक्षाओं को नियमित एवं समयबद्ध ढंग से सम्पन्न कराने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि इसके लिए केन्द्र सरकार की भांति राज्य में भी सभी भर्ती परीक्षाओं के संचालन के लिये एक एजेंसी का गठन किया जाये। योगी ने कहा कि बसों के अन्तररज्यीय आवागमन को सुचारु बनाने के लिए आवश्यक कार्यवाही की जाए। प्रदेश में सभी निर्धारित रूटों पर परिवहन निगम की बसों का संचालन कराया जाए।