Edited By Anil Kapoor,Updated: 09 Dec, 2025 07:12 AM

Jalaun News: उत्तर प्रदेश के जालौन में एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय की गोली लगने से मौत हो गई। घटना उनके सरकारी आवास की है। जिस समय गोली चली, कमरे में महिला सिपाही मीनाक्षी शर्मा भी मौजूद थी। सीसीटीवी फुटेज की मदद से...
Jalaun News: उत्तर प्रदेश के जालौन में एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय की गोली लगने से मौत हो गई। घटना उनके सरकारी आवास की है। जिस समय गोली चली, कमरे में महिला सिपाही मीनाक्षी शर्मा भी मौजूद थी। सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस ने मीनाक्षी को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि इंस्पेक्टर ने सरकारी पिस्टल से खुद को गोली मारी।
परिवार की FIR के बाद बढ़ा शक
घटना के अगले दिन जब इंस्पेक्टर अरुण का परिवार गोरखपुर से जालौन पहुंचा, तो उनकी पत्नी ने महिला सिपाही मीनाक्षी शर्मा पर हत्या का आरोप लगाते हुए FIR दर्ज कराई। FIR के बाद पुलिस ने मीनाक्षी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। हालांकि अब इस पूरे मामले में प्रेम-प्रसंग, पैसों की डिमांड और ब्लैकमेलिंग जैसे कई गंभीर पहलू सामने आ रहे हैं।
घटना कैसे हुई?
शुक्रवार को अचानक इंस्पेक्टर के आवास पर अफरा-तफरी मच गई, जब कमरे से मीनाक्षी चीखते हुए बाहर निकली। वह बार-बार चिल्ला रही थी— "गोली मार ली… गोली मार ली!" इसके बाद पुलिस और अन्य स्टाफ मौके पर पहुंचा और कमरे में इंस्पेक्टर को खून से लथपथ पाया।
अरुण और मीनाक्षी की नजदीकियों की कहानी
जांच में यह बात भी सामने आई है कि अरुण और मीनाक्षी की पहचान कोच कोतवाली में हुई थी। उस समय अरुण वहीं के इंस्पेक्टर थे और मीनाक्षी भी वहीं तैनात थी। थाने में मौजूद कई पुलिसकर्मियों का कहना है कि मीनाक्षी अकसर वर्दी नहीं पहनती थी, ड्यूटी कम करती थी और थाने में खुलकर अरुण के साथ घूमती थी। सब जानते थे कि वह इंस्पेक्टर की “चहेती” थी। अरुण के कुठौंद कोतवाली के इंस्पेक्टर बनने के बाद मीनाक्षी को कोच थाने की 112 पीआरवी पर भेज दिया गया, लेकिन दोनों का संपर्क बना रहा।
शादी और पैसे की डिमांड पर बढ़ा तनाव
बताया जा रहा है कि मीनाक्षी की जल्द शादी होने वाली थी और वह इंस्पेक्टर अरुण पर 25 लाख रुपए देने का दबाव बना रही थी। कयास लगाया जा रहा है कि इसी दबाव और मानसिक तनाव के चलते अरुण ने खुद को गोली मार ली। यह पहलू अभी जांच का हिस्सा है और पुलिस इसकी पुष्टि सबूतों के आधार पर करेगी।
मीनाक्षी पर पहले भी गंभीर आरोप
जांच में यह भी सामने आया कि मीनाक्षी का जालौन आने से पहले पीलीभीत में विवादित इतिहास रहा है। वह पूरनपुर कोतवाली में तैनात थी और वहां उसने अपने ही साथी सिपाही मोहित पर रेप का मुकदमा दर्ज कराया था। उस मामले में भी उससे 25 लाख रुपए मांगने का आरोप सामने आया था। पीलीभीत का वह मामला अभी कोर्ट में लंबित है।
क्या आगे होगा?
पुलिस अभी शव परीक्षण रिपोर्ट, हथियार की फॉरेंसिक जांच, मोबाइल चैट्स, सीसीटीवी फुटेज और मीनाक्षी के पुराने मामलों की पड़ताल कर रही है। SIT बनने की मांग भी उठ रही है ताकि पूरी सच्चाई सामने आ सके।