Edited By Mamta Yadav,Updated: 02 Sep, 2025 10:09 PM

लगातार पहाड़ों पर हो रही बारिश ने एक बार फिर यमुना का जलस्तर बढ़ा दिया है। नतीजतन यमुना नदी से सटे इलाके जलभराव की चपेट में आ गए हैं। गाज़ियाबाद के लोनी क्षेत्र की ट्रॉनिका सिटी में भी यमुना का पानी गांवों में घुस चुका है। ग्रामीणों के खेत और घर...
Ghaziabad News, (आकाश गर्ग): लगातार पहाड़ों पर हो रही बारिश ने एक बार फिर यमुना का जलस्तर बढ़ा दिया है। नतीजतन यमुना नदी से सटे इलाके जलभराव की चपेट में आ गए हैं। गाज़ियाबाद के लोनी क्षेत्र की ट्रॉनिका सिटी में भी यमुना का पानी गांवों में घुस चुका है। ग्रामीणों के खेत और घर जलमग्न हो गए हैं। खेतों में लगी फसलें बर्बाद हो गईं, वहीं पानी से भरे अपने मकान और झोपड़ियों को देखकर ग्रामीणों की आंखें नम हो गईं।

सुरक्षित स्थान पर जाने का मौका तक नहीं मिला… ग्रामीण
स्थानीय लोगों का कहना है कि देर रात अचानक जलस्तर बढ़ने से उन्हें सुरक्षित स्थान पर जाने का मौका तक नहीं मिला। गांव में स्थित मंदिर में भी रात करीब 1 बजे पानी घुस गया। मंदिर संचालित करने वाले साधु ने बताया कि पानी इतनी तेज़ी से आया कि मंदिर के अंदर रखा सामान बह गया। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन की चेतावनी तो मिली थी, लेकिन हालात उम्मीद से कहीं ज़्यादा बिगड़ गए।

ग्रामीणों में डर और आक्रोश
फिलहाल प्रशासन लगातार अलर्ट जारी कर रहा है और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में टीमों को तैनात किया गया है। विस्थापित ग्रामीणों के लिए अस्थायी शिविर और खाने-पीने की व्यवस्था की जा रही है। राहत सामग्री भी प्रशासन द्वारा भेजी जा रही है। इसके बावजूद ग्रामीणों में डर और आक्रोश दोनों है। उनका कहना है कि हर साल यमुना का जलस्तर बढ़ने से खेत-खलिहान और घर उजड़ जाते हैं, लेकिन स्थायी समाधान की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे।
प्रशासन की ओर से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर पहाड़ों पर बारिश का यही सिलसिला जारी रहा तो आने वाले दिनों में यमुना का जलस्तर और बढ़ सकता है, जिससे लोनी और आसपास के इलाकों में बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो सकती है। प्रशासन की ओर से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की गई है।