Edited By Pooja Gill,Updated: 28 Feb, 2025 11:36 AM
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महाकुंभनगर: सबसे बड़े धार्मिक समागम महाकुंभ 2025 महाशिवरात्रि के दिन बुधवार को संपन्न हो गया, लेकिन मेले के दौरान भारी भीड़ की वजह से संगम में डुबकी लगाने...
महाकुंभनगर: सबसे बड़े धार्मिक समागम महाकुंभ 2025 महाशिवरात्रि के दिन बुधवार को संपन्न हो गया, लेकिन मेले के दौरान भारी भीड़ की वजह से संगम में डुबकी लगाने से वंचित रह गए श्रद्धालु अब भीड़ कम होने से यहां आ रहे हैं और संगम में स्नान कर रहे हैं। श्रद्धालुओं का आना अभी भी जारी है।
पुण्य लाभ अर्जित करने संगम आ रहे हैं श्रद्धालु
जानकारी देते हुए जल पुलिस के प्रभारी जनार्दन साहनी ने बताया कि आम दिनों की तुलना में संगम में श्रद्धालुओं की अधिक भीड़ है और लोग आनंद के साथ संगम में डुबकी लगा रहे हैं। जल पुलिस के साथ ही एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम भी सुरक्षा में तैनात है। साहनी ने कहा कि 45 दिनों तक चले महाकुंभ में रिकॉर्ड 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में आस्था की डुबकी लगाई, लेकिन कई लोग भारी भीड़ को देखते हुए यहां आने की हिम्मत नहीं जुटा सके और अब वे पुण्य लाभ अर्जित करने संगम आ रहे हैं।
दूर-दूर से आए श्रद्धालु
चेन्नई से आए आशीष कुमार सिंह ने कहा कि वह बृहस्पतिवार को रात साढ़े 11 बजे प्रयागराज पहुंचे और आज उन्होंने संगम में डुबकी लगाई। भीड़ की वजह से उन्होंने मेला समाप्त होने के बाद आने का मन बनाया। कक्षा 11 के विद्यार्थी सिंह ने बताया कि उनका जन्म बिहार में हुआ, लेकिन वह पले बढ़े चेन्नई में, इसलिए वह हिंदी और भोजपुरी के साथ ही तमिल भाषा में भी बात कर लेते हैं। वहीं, जयपुर से आए योगेंद्र गंगवार ने कहा कि वह भी मेले में आने से चूक गए क्योंकि बस और ट्रेनों में जगह नहीं थी। उन्होंने कहा कि अब वह बड़े आराम से जयपुर से प्रयागराज आए हैं और उनकी योजना दिन में संगम में डुबकी लगाने की है।