Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 06 May, 2018 04:43 PM
यूपी पुलिस अपने कारनामों के चलते सुर्खियों में बनी रहती है, लेकिन इस बार तो उसने हद ही कर दी। ताजा मामला लखनऊ जिले का है। जहां रविवार सुबह सीमेंट के गोदाम में सीमेंट की बोरियां उतारते...
लखनऊः यूपी पुलिस अपने कारनामों के चलते आए दिन सुर्खियों में बनी रहती है, लेकिन इस बार तो उसने हद ही कर दी। ताजा मामला लखनऊ जिले का है। जहां रविवार सुबह सीमेंट के गोदाम में सीमेंट की बोरियां उतारते समय बोरियों के पलट जाने से 2 मजदूरों की मौत हो गई। वहीं आस-पास के लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस रेस्क्यू कर बोरियों को हटवाने की बजाय सेल्फी लेने में मशगूल हो गई। ये मामला यूपी पुलिस की लापरवाही की पोल खोलने के लिए काफी है।
जानकारी के मुताबिक मामला थाना तालकटोरा क्षेत्र का है। यहां सेल्फी लेता हुआ दोरागा ताल कटोरा थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर संजय भारती है। जो की मृतकों को निकालने की बजाए सेल्फी लेने में मग्न है। उसके साथ आए पुलिसकर्मी भी रेस्क्यू कार्य करने की बजाए इधर-उधर घूमते नजर आए। बोरियों के नीचे दबे मजदूरों को निकालने का काम आस-पास के लोग कर रहे थे। पुलिस मूक दर्शक बन कर देखती रही।
ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि क्या उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था भगवान भरोसे है? जिनके कंधों पर आम जनता की रक्षा की जिम्मेदारी है, वही लोगों की जिन्दगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। पुलिस लोगों की मदद की बजाय सेल्फी लेने में मग्न रहेगी तो आम जनता अपनी समस्या लेकर किसके पास जाएगी।