Edited By Anil Kapoor,Updated: 07 Dec, 2025 02:15 PM

Ballia News: उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में एक बड़ी लापरवाही और धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। जहां रसड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में तैनात स्टाफ नर्स कुमुदलता राय पर आरोप है कि उन्होंने फर्जी दस्तावेज और अलग-अलग जन्मतिथियों का इस्तेमाल...
Ballia News: उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में एक बड़ी लापरवाही और धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। जहां रसड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में तैनात स्टाफ नर्स कुमुदलता राय पर आरोप है कि उन्होंने फर्जी दस्तावेज और अलग-अलग जन्मतिथियों का इस्तेमाल कर सरकारी नौकरी हासिल की थी। यह नर्स पिछले करीब 10 साल से सेवा दे रही थी।
शिकायत के बाद हुआ खुलासा
सीएचसी के अधीक्षक डॉ. मनीष जायसवाल ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि नर्स कुमुदलता राय ने अलग-अलग भर्ती परीक्षाओं में हर बार अलग-अलग जन्मतिथि दर्ज की। जब विभाग ने उनके दस्तावेजों की जांच की, तो कई प्रमाणपत्र आपस में मेल नहीं खाते पाए गए और सारे कागज संदिग्ध लगे।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
रसड़ा थाना प्रभारी योगेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि नर्स के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है। शिक्षा बोर्ड और अन्य संस्थाओं से दस्तावेजों की सत्यता की पुष्टि कराई जा रही है। जांच में धोखाधड़ी साबित होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
विभागीय जांच के बाद निलंबन
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. संजीव वर्मन ने कहा कि विभागीय जांच में साफ हो गया है कि नर्स ने नौकरी पाने के लिए फर्जी कागजात लगाए। गलत जानकारी देकर विभाग को गुमराह किया। इस रिपोर्ट को स्वास्थ्य महानिदेशक (DG – मेडिकल एंड हेल्थ सर्विसेज) को भेजा गया। उनके आदेश पर नर्स को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है।
स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप
इस मामले के सामने आते ही स्वास्थ्य विभाग में हलचल मच गई है, क्योंकि नर्स लगभग एक दशक से नौकरी कर रही थी। इतने लंबे समय में किसी को भी उसके दस्तावेज़ों पर शक नहीं हुआ। अब विभाग यह जांच कर रहा है कि कहीं और भी ऐसे मामलों में लापरवाही न हुई हो। फिलहाल नर्स से पूछताछ और दस्तावेजों की जांच जारी है। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग आगे की कार्रवाई कर रहे हैं।