Edited By Ajay kumar,Updated: 26 Mar, 2020 12:49 PM
कोरोना वायरस को लेकर पीएम ने पूरे देश में 21 दिन का लॉकडाउन कर दिया है। जिस पर देश के मजदूरो के मन में एक भय व्याप्त हो गया है
चंदौली: कोरोना वायरस को लेकर पीएम ने पूरे देश में 21 दिन का लॉकडाउन कर दिया है। जिस पर देश के मजदूरों के मन में एक भय व्याप्त हो गया है जिससे वे अपने घर की तसफ रूख कर दिए। ऐसा ही मामला चंदौली से सामने पर आया है। जहां पर 16 युवक रेलवे पटरी के सहारे पैदल ही घर के लिए निकल दिए हैं। प्रशासन ने तुरंत इसे जांच के आदेश दिए हैं।
बता दें कि पुलिस ने सभी 16 कामगार युवकों को रेस्क्यू किया। बताया जा रहा है कि ये लोग रेलवे ट्रैक के सहारे वाराणसी से समस्तीपुर पैदल ही जा रहे थे। जानकारी के अनुसार, देशव्यापी लॉकडाउन के चलते ये लोग कई दिनों से वाराणसी में भूखे-प्यासे फंसे थे।
सूत्रों से पता चला कि बिहार के समस्तीपुर और छपरा के रहने वाले युवक हैं, जो केरल में रहकर मजदूरी का काम करते थे। कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से जब काम-धंधे बंद हुए तो ये लोग केरल के कालीकट से ट्रेन पकड़ कर अपने घरों के लिए चल पड़े। मजदूरों ने बताया कि हम लोग झांसी पहुंचने के बाद समस्तीपुर जाने के लिए दूसरी ट्रेन पकडऩे वाले थे लेकिन तब तक पूरे देश में भारतीय रेल ने यात्री ट्रेनों का परिचालन रोक दिया। इसके बाद झांसी से किसी तरह ये युवक वाराणसी पहुंचे। वाराणसी में भी इनको बिहार जाने के लिए कोई साधन नहीं मिला। कई दिनों से भूखे-प्यासे यह लोग इधर-उधर साधन की तलाश करते रहे। साधन न मिलता देख ये पैदल ही रेलवे ट्रैक के सहारे समस्तीपुर के लिए निकल पड़े। लगभग 25 किलोमीटर का सफर कर ये लोग चंदौली के कुछमन स्टेशन के पास पहुंचे थे। इस दौरान चंदौली के एसपी हेमंत कुटियाल को इस बात की जानकारी प्राप्त हुई।
SP हेमंत कुटियाल ने बताया कि अपनी टीम को मौके पर भेज दिया है। इन 16 युवकों का मेडिकल चेकअप कराया गया है। इन सभी के खाने-पीने का इंतजाम किया गया है। अब इन युवकों को आगे भेजने की तैयारी की जा रही है। गुरुवार 26 मार्च को निजी वाहन से विशेष अनुमति कराकर चंदौली पुलिस ने इनको इनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था कर दी है।